World Cup 2019 के लिए चुने गए भारतीय टीम के 15 खिलाड़ियों के बारे में जानिए सबकुछ, प्रदर्शन और प्रोफाइल
सेलेक्शन पैनल ने इस टीम में 7 ऐसे खिलाड़ियों को चुना है जो वर्ल्ड कप 2015 टीम का हिस्सा रह चुके हैं. धवन का साल 2015 का वर्ल्ड कप काफी शानदार रहा था जहां उन्होंने 8 मैचों में कुल 330 रन बनाए ते. इस दौरान उनके नाम एक शतक और कई अर्धशतक थे. एवरेज के मामले में ये आंकड़ा 47 का था.
नई दिल्ली: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के लिए भारतीय टीम का एलान हो चुका है. एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली सेलेक्शन कमिटी ने 15 खिलाड़ियों की लिस्ट जारी कर दी है जो 30 मई से इंग्लैंड में होने वाले क्रिकेट के सबसे बड़े महासंग्राम में हिस्सा लेंगे. सेलेक्शन पैनल ने इस टीम में 7 ऐसे खिलाड़ियों को चुना है जो वर्ल्ड कप 2015 टीम का हिस्सा रह चुके हैं. वहीं 7 खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें पहली बार टीम में सबसे बड़े वर्ल्ड कप के लिए शामिल किया गया है.
तो चलिए जानते है इन सभी 15 खिलाड़ियों के बारे में तो वहीं इससे पहले कैसा रहा है इनका प्रदर्शन जिसकी बदौलत इन्हें टीम में शामिल किया गया है.
1. शिखर धवन
भारतीय टीम का ये बाएं हाथ का बल्लेबाज इस विश्व कप में ओपनिंग बैट्समैन के रुप में शुरूआत देगा. धवन अपना दूसरा वर्ल्ड कप खेल रहे हैं. हालांकि इस खिलाड़ी के लिए साल 2018 उतना खास नहीं रहा है. दिल्ली के इस बल्लेाज ने साल 2015 वर्ल्ड कप में कुल 412 रन बनाए थे जहां उनका एवरेज 51.50 का था. ये रन कुल 8 मैचों में बनाए गए. हालांकि ये अब देखना होगा ये बल्लेबाज क्या इस साल भी भारत को एक तूफानी शुरूआत दे सकता है.
2. रोहित शर्मा
''हिट मैन'' के नाम से मशहूर ये बल्लेबाज इस दौर का सबसे घातक बल्लेबाज है. रोहित शर्मा इस वर्ल्ड कप में शिखर धवन के साथ ओपनिंग की जिम्मेदारी लेंगे. आईपीएल में मुंबई इंडियंस के कप्तान और ओपनिंग बल्लेबाज कई बार अपने आप को साबित कर चुके हैं. रोहित का साल 2015 का वर्ल्ड कप काफी शानदार रहा था जहां उन्होंने 8 मैचों में कुल 330 रन बनाए ते. इस दौरान उनके नाम एक शतक और कई अर्धशतक थे. एवरेज के मामले में ये आंकड़ा 47 का था.
3. विराट कोहली
विराट कोहली इस दौर के सबसे टॉप बैट्समैन हैं जो लगातार अपनी बल्लेबाजी के दम पर गेंदबाजों के बीच में ऐसा खौफ पैदा कर रहे हैं जो वर्ल्ड कप इनके लिए फायदा का सौदा साबित हो सकता है. कोहली पिछले तीन साल से कई रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. दिल्ली के इस बल्लेबाज ने साल 2017 में महेंद्र सिंह धोनी से लिमिटेड ओवर की कप्तानी ली थी. वर्ल्ड कप में 17 इंनिग्स में कोहली के नाम 41.92 एवरेज के साथ कुल 587रन हैं. यहां कोहली ने 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ 100 रन बनाए थे तो वहीं साल 2015 में पाकिस्तान के खिलाफ 107 रन. रन मशीन पिछले कुछ दिनों से बेहतरीन फॉर्म में हैं.
4. केएल राहुल
रॉ टैलेंट, हाथ और आंखों का दमदार कॉम्बिनेशन और किसी भी बॉलिंग अटैक को बिखरने का दमखम रखने वाला ये बल्लेबाज अभी तक सिर्फ 14 वनडे खेला है. लेकिन टॉप ऑर्डर में केएल राहुल काफी फिट बैठते हैं. केएल राहुल भारतीय टीम के साथ पहली बार वर्ल्ड कप टिम का हिस्सा होंगे.
5. एमएस धोनी
37 साल का ये बल्लेबाज और विकेटकीपर 2019 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की तरफ से सबसे सीनियर मेंबर होगा. कप्तान के तौर पर धोनी इतना कुछ हासिल कर चुके हैं जो अभी तक कोई भारतीय कप्तान नहीं कर पाया है. धोनी को कोहली का सपोर्ट कहा जाता है. यानी की किसी भी मुश्किल वक्त में धोनी हमेशा कोहली के बैकअप के तौर पर होते हैं. और इसी कॉम्बिनेशन को देखते हुए ये कहा जा रहा है भारत इस साल के विश्व कप का सबसे बड़ा दावेदार है. धोनी के नाम आईसीसी टी 20 वर्ल्ड कप 2007 और आईसीसी वर्ल्ड कप 2011 है तो वहीं इसी वर्ल्ड कप में 91 रनों की वो पारी कैसे कोई भूल सकता है. वर्ल्ड कप में 20 मैचों में धोनी के नाम 42 के एवरेज से कुल 597 रन है.
6. विजय शंकर
साल 2018 के निदहास ट्रॉफी से अपने करियर की शुरूआत की जिसके बाद ये खिलाड़ी अपने खेल को और निखारता गया. अभी तक शंकर ने सिर्फ 9 मैच ही खेले हैं. शंकर एक ऑल राउंडर की भूमिका में है तो वहीं मिडल ऑर्डर संभालने के लिए इन्हें टीम में लिया गया है. साथ ही हार्दिक पांड्या के साथ ये क्विक स्पेल भी कर सकते हैं.
7. दिनेश कार्तिक
निदहास ट्रॉफी को वो फाइनल आज भी कौन भूल सकता है जब इस खिलाड़ी ने आखिरी गेंद पर छक्का मारकर बांग्लादेश से मैच अपने नाम कर लिया था. इसके बाद कार्तिक को एक नए फीनिशर के रुप में देखा जाने लगा. साल 2018 में कार्तिक के नाम 41.75 के एवरेज के साथ कुल 167 रन हैं.
8. केदार जाधव
पॉकेट साइज डायनामाइट जब चाहे तब अपनी बल्लेबाजी से कमाल कर सकता है. केदार जाधव को अब भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया है तो वहीं वो कई रेगुलर मैच भी खेल चुके हैं. केदार 176 रन बना चुके हैं और टीम के ऑलराउंडर भी हैं. विराट कोहली को इनके रुप में एक अतिरिक्त स्पिनर मिलता है. तो वहीं किसी भी इनिंग्स में अपनी बल्लेबाजी से टीम का स्कोर तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं.
9. हार्दिक पांड्या
तकरीबन ढाई सालों के भीतर ही इस खिलाड़ी ने अपने आप को एक ऐसे स्टेज पर फिक्स कर लिया है जहां से पांड्या की जरूरत टीम को हमेशा ही होती गई है. 25 साल का गुजरात का ये क्रिकेटर फिलहाल काफी सुर्खियों में हैं. हार्दिक पांड्या को उनके साल 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ बनाए गए 76 शानदार रन के लिए याद किया जाता है. हालांकि बैक इंजरी की वजह से वो एशिया कप नहीं खेल पाए थे लेकिन फिलहाल उनके वर्ल्ड कप टीम में चुनें जाने को लेकर कोई विवाद नहीं है.
10. युजवेंद्र चहल
चहल को अगर एक छक्का पड़ता है तो वो कभी हिचक नहीं खाते और अगली ही गेंद पर उस बल्लेबाज को पवेलियन लौटना पड़ता है. चहल की गेंदबाजी की अगर बात करें तो छोटे कद का ये गेंदबाज अक्सर अपनी गेंदबाजी के दम पर बड़े बड़े बल्लेबाजों को पानी पिला चुका है. चहल की इकनॉमी 4.89 है. तो वहीं उनके नाम 42 मैचों में दो बार 5 से ज्यादा विकेट लेने का भी रिकॉर्ड है.
11. कुलदीप यादव
दूसरे स्पिनर की अगर बात करें तो इस खिलाड़ी के विकेट लेने के अंदाज ने सबको चौंका दिया है. कई बार इस खिलाड़ी की गूगली इतनी शानदार होती है कि कोई बल्लेबाज उसे समझ नहीं पाता. इस खिलाड़ी को भले ही ज्यादा अनुभव न हो लेकिन अगर विकेट के पीछे धोनी हों तो ये खिलाड़ी जबरदस्त प्रदर्शन करता है. चहल के साथ ये गेंदबाज भारतीय टीम को ये विश्व कप जीतवा सकता है.
12. रविंद्र जडेजा
जुलाई 2017 से लेकर सितंबर 2018 तक टीम से बाहर रहने के बाद इस खिलाड़ी ने साल 2018 के एशिया कप में जबरदस्त वापसी की और 4 मैचों में कुल 7 विकेट झटके. इसके बाद जडेजा ने लगातार टीम के साथ खेला. ऑस्ट्रेलिया और विंडीज दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन किया. वहीं जडेजा टीम के सबसे शानदार फील्डर्स की लिस्ट में भी शूमार हैं.
13. जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराह को पहली बार वर्ल्ड कप की टीम में जगह मिली है. फिलहाल ये गेंदबाज आईसीसी वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर एक पायदान पर है. बुमराह का कंधा अक्सर उन्हें गेंदबाजी में मदद करता है. बुमराह ने साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना करियर शुरू किया था. जहां यॉर्कर की बदौलत उन्हें टीम में पहचान मिली. इसके बाद बुमराह रेगुलर टीम में खेलने लगे. बुमराह अपने अजीबों गरीब एक्शन से 145 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं. इन्हें डेथ ओवर स्पेलिस्ट के नाम से भी जाना जाता है. इनका इकनॉमी 4.51 का है.
14. भुवनेश्वर कुमार
पॉवरप्ले में इस गेंदबाज से बेहतरीन और कोई भी गेंदबाज नहीं है. कुमार उन चुनिंदा गेंदबाजों में से हैं जो दोनों तरफ गेंद को स्विंग कर सकते हैं. इंग्लैंड में कंडीशन को देखते हुए इस गेंदबाज से काफी उम्मीदें हैं. डेथ और शुरू के ओवरों में ये गेंदबाज कमाल कर सकता है. कुमार की इकनॉमी 5.01 है. 105 मैचों में इनके कुल 118 विकेट हैं
15. मोहम्मद शमी
इस खिलाड़ी का साल 2018 का आधा समय शादी और कुछ घरेलू दिक्कतों की वजह से बीत गया. लेकिन इसके बाद इस खिलाड़ी ने दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर कमाल कर दिया. ये खिलाड़ी नए और पुराने गेंद से काफी अच्छी गेंदबाजी करता है. शमी 2019 में अभी तक 11 मैच खेल चुके हैं. साल 2015 का अनुभव शमी के लिए काफी अच्छा साबित हुआ जहां उन्होंने 21.5 की स्ट्राइक रेट से 17 विकेट झटके थे. शमी का ये दूसरा वर्ल्ड कप होगा.