एडिलेड: भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने गुरुवार को स्वीकार किया कि बहुत कम अंतराल में तीन विकेट गिरने से पहले डे-नाइट टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने के साथ ऑस्ट्रेलिया को एडवांटेज मिल गया. पुजारा ने हालांकि कहा कि भारत अभी भी मैच में अच्छी स्थिति में है. पुजारा ने आशा जताई कि पुछल्ले बल्लेबाज दूसरे दिन अच्छा करेंगे और टीम को 275-350 रन तक का स्कोर देने में सफल होंगे क्योंकि इस विकेट पर ऑस्ट्रेलिया को दबाव में लाने के लिए अच्छा टोटल होगा.


भारत टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए समय तीन विकेट पर 188 रनों पर था. लेकिन लगातार अंतराल पर विकेट गिरने के कारण उसने दिन की समाप्ति 6 विकेट पर 233 रनों पर की. कोहली (74) के साथ दूसरे विकेट के लिए 68 रनों की अहम साझेदारी करने वाले पुजारा ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "शुरुआत में कुछ विकेट गंवाने के बावजूद हम अच्छी स्थिति में थे. कोहली और रहाणे शानदार खेल रहे थे. मैं अभी भी मानता हूं कि अश्विन और साहा टीम को अच्छा स्कोर दे सकते हैं और अगर हम इस विकेट पर 275-350 रन तक का स्कोर पाने में सफल होंगे तो ऑस्ट्रेलिया को दबाव में लाने के लिए अच्छा योग होगा."


भारत के लिए पहली पारी में 43 रनों की पारी खेलने वाले पुजारा ने कहा, "एक समय हम डॉमिनेटेड स्थान पर थे लेकिन रहाणे और कोहली का विकेट गंवाने के बाद हमने ऑस्ट्रेलिया को एक तरह का एडवांटेज दे दिया. मैं अभी भी मानता हूं कि मैच में हमारी स्थिति अच्छी है." पुजारा ने 43 रनों की पारी के लिए 160 गेंदों का सामना किया. अपनी धीमी बैटिंग के बारे में पूछे जाने पर पुजारा ने कहा, "हम विकेट बचाए रखना चाहते थे."


पुजारा ने कहा, "यह कहना काफी मुश्किल है लेकिन इस मैच में तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी. मुझे याद है कि 2019 में जब हमने पहली बार डे-नाइट टेस्ट खेला था तब विकेट में तीन-चार दिन गेंदबाजों के लिए काफी मदद थी. मुझे लगता है कि यहां भी वैसा ही है. लेकिन गुलाबी गेंद से इस स्तर पर कुछ भी कहना मुश्किल है. एक बार जब हम दूसरे दिन उतरेंगे दो हमें आइडिया हो जाएगा कि पिच कैसा व्यवहार कर रही है. अगर कल कोई बदलाव होता है तो हमें पता चल जाएगा."


पुजारा ने कहा, "अगर विकेट अच्छी है और विकेट में गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं है. तो आप आक्रामकता के साथ खेल सकते हैं. लेकिन जब इस तरह की विकेट हो, जहां गेंदबाजों को मदद मिले तो आपको धैर्य की जरूरत होती है आप ज्यादा शॉट नहीं खेल सकते. टीम को अच्छी शुरुआत चाहिए होती है. गेंदबाजों के लिए गलत की संभावना काफी ज्यादा रहती है, उनके पास प्रयोग करने की छूट रहती है."


भारत ने शुरुआत के दो सत्रों में काफी धीमी बैटिंग की. भारत ने 55 ओवरों में तीन विकेट पर 107 रन बनाए थे. तीसरे सत्र में हालांकि तेजी से रन बने.