नई दिल्ली/डर्बी: महज़ 2 हफ्ते पहले पूरे दुनिया ने चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट जगत की सबसे बड़ी जंग देखी थी. इस मुकाबले में भारत को करारी शिकस्त देकर पाकिस्तान चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब का चैम्पियन बन गया था. लेकिन अब एक बार फिर आपको 2 जुलाई यानि कल भारत और पाकिस्तान की टक्कर देखने को मिलेगी.  

जी हां, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ पर धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद अब भारतीय महिला क्रिकेट टीम विश्वकप में अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से भिड़ने को बेकरार है. पुरूषों के मुकाबलों के बीच महिला टीम इंडिया कल पाकिस्तान को धूल चटाने और चैम्पियंस ट्रॉफी की हार का बदला लेने के लिए तैयार है. मौजूदा प्रदर्शन और इतिहास दोनों आधारों पर भारतीय टीम पाकिस्तान पर भारी नज़र आती है.

रैंकिंग:

मौजूदा वनडे रैंकिंग में भारत तीसरे पायदान पर काबिज़ है. जबकि पाकिस्तान की टीम महिलाओं की रैंकिंग में छठे पायदान पर है.

दोनों महिला टीमों का इतिहास:

भारत: भारतीय महिला टीम ने साल 1976 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट के साथ अपने करियर की शुरूआत की थी. वहीं साल 1978 में टीम इंडिया पहली बार क्रिकेट विश्वकप का हिस्सा बनी. भारतीय टीम 2005 के विश्वकप में फाइनल में पहुंची थी. जबकि 1997, 2000 और 2009 में भारतीय टीम सेमीफाइनल तक पहुंची.

पाकिस्तान: जबकि पाकिस्तान की टीम पहली बार साल 1997 में महिला क्रिकेट विश्वकप का हिस्सा बनी. जिसमें वो 11वें पायदान पर रही. वहीं 2000 विश्वकप में पाकिस्तान की टीम ने हिस्सा नहीं लिया. जबकि साल 2005 में खेले गए विश्वकप के लिए वो क्वालीफाई ही नहीं कर पाई. जबकि 2009 विश्वकप में पाकिस्तान की टीम छठे पायदान पर. वहीं 2013 विश्वकप में वो 8वें पायदान पर रही.

विश्वकप में भारत-पाकिस्तान: 

पुरूष विश्वकप की तरह ही महिला विश्वकप में भी भारतीय टीम का दबदबा कायम है. यहां पर भारत और पाकिस्तान के बीच दो बार टक्कर हुई. पहले साल 2009 में खेले गए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 10 विकेट से शिकस्त दी थी.

वहीं साल 2013 में कटक में खेले गए मुकाबले को भारतीय टीम ने 6 विकेट से अपने नाम किया था.

वनडे में भारत-पाकिस्तान:

वनडे क्रिकेट में तो भारतीय टीम का पलड़ा एकतरफा नज़र आता है. टीम इंडिया और पाकिस्तान के बीच यहां 9 बार टक्कर हुई है. जिसमें टीम इंडिया 9-0 से बढ़त बनाए हुए है.

इन तमाम आंकड़ों पर नज़र डालने के बाद ये साफ कहा जा सकता है कि भारतीय टीम इस मुकाबले की प्रबल दावेदार है और कल वो चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली पुरूष टीम की हार का बदला चुकता कर विश्वकप में अपने विजयी रथ को जारी रखेगी.