मुंबई: भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने चीन के जुल्फिकार माइमाइतियाली को करीबी मुकाबले में हराकर WBO एशिया पेसीफिक सुपर मिडिलवेट खिताब जीत लिया. विजेंदर के प्रशंसकों के लिये यह दोहरी खुशी का पल था क्योंकि उन्होंने WBO ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट खिताब भी जीता.


टाइटल वापस लौटा दूंगा लेकिन चीन सीमा पर शांति बनाए रखे: विजेंदर


विजेंदर ने खिताब तो जीता ही साथ ही करोड़ों देशवासियों का दिल भी जीत लिया. जीत के बाद विजेंदर ने चीनी खिलाड़ी को खिताबी बेल्ट लौटाने का प्रस्ताव दिया. खिताब लौटाने की बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं दोनों देशों के बीच तनाव को कम कर शांति का संदेश देना चाहता हूं. खिताब लौटाने के पीछे मेरा मकसद शांति का संदेश देना है.' विजेंदर ने कहा कि मैं अपनी टाइटल वापस लौटा दूंगा लेकिन चीन सीमा पर शांति बनाए रखे.


डोकलाम में सड़क बनाने को लेकर भारत-चीन में तनाव


गौरतलब है कि चीन के साथ विवाद की शुरूआत तब हुई जब उसने भूटान के डोकलाम में सड़क बनाने की कोशिश की और भारत ने उसे रोक दिया. डोकलाम वो इलाका है जहां भारत-चीन-और भूटान की सीमाएं मिलती हैं. भारत का कहना है कि तीनों देशों के बीच सहमति के बिना चीन यहां कुछ नहीं कर सकता. फिलहाल भारत के सैनिक डोकलाम में मौजूद हैं और चीन इस बात पर अड़ा है कि भारत अपने सैनिकों को वहां से हटाए. ऐसे समय में विजेंदर के इस कदम की सोशल मीडिया पर सराहना की जा रही है.


विरोधी को नहीं दिया दबाव बनाने का मौका


बता दें कि बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता विजेंदर की पेशेवर कैरियर में यह लगातार नौवी जीत थी. विजेंदर ने अपने कद और अनुभव का बखूबी इस्तेमाल करके विरोधी को दबाव बनाने का कोई मौका नहीं दिया. चीनी मुक्केबाज को रक्षात्मक रणनीति अपनानी पड़ी. उसने विजेंदर को पांच बार नीचे पंच लगाने की कोशिश की और रैफरी ने उन्हें चेतावनी भी दी.


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