Indian Boxers at CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) में पदक की पक्की दावेदार कही जा रही भारत की लवलीना बोरगोहेन (Lovelina Borgohain) को खाली हाथ देश लौटना पड़ेगा. वह कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारकर बाहर हो गईं. हालांकि भारत के तीन अन्य मुक्केबाजों ने अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मैच जीतकर पदक पक्के कर लिए. निकहत जरीन (Nikhat Zareen), नीतू गंघास (Neetu Ghanghas) और मोहम्मद हुसामुद्दीन (Mohammad Hussamuddin) अपने-अपने भारवर्ग में सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं.
लवलीना की हार ने किया निराश
महिलाओं के 66-70kg भारवर्ग में ओलंपिक मेडलिस्ट बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन का मुकाबला वेल्स की रोजी एकल्स से था. इस क्वार्टर फाइनल मैच में लवलीना को शुरुआत के दो राउंड में मामूल बढ़त मिली थी लेकिन आखिरी राउंड में वह पिछड़ गईं. 5 जजों में से दो का फैसला लवलीना के पक्ष में गया जबकि तीन ने रोजी एकल्स का पलड़ा भारी बताया. इस तरह लवलीना को यह मुकाबला 3-2 से गंवाना पड़ा.
निकहत जरीन की एकतरफा जीत
वर्ल्ड चैम्पियन निकहत जरीन ने महिलाओं के 50kg भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में वेल्स की हेलन जोंस को 5-0 से हराकर अपना पदक पक्का किया. तीनों राउंड में निकहत का पलड़ा भारी रहा. उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी को आक्रामक होने का कोई मौका नहीं दिया.
नीतू गंघास ने दो राउंड में ही जीत लिया मुकाबला
21 साल की नीतू ने महिलाओं के 48kg भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल के शुरुआती दो राउंड में ही अपनी प्रतिद्वंद्वी उत्तरी आयरलैंड की निकोल क्लाइड को हताश कर दिया. इसके बाद तीसरे और अंतिम राउंड में निकोल ने स्वेच्छा से रिटायर होने का फैसला किया और नीतू का पदक और सेमीफाइनल में जगह पक्की हो गई.
हुसामुद्दीन ने रोमांचक मुकाबले में दर्ज की जीत
निजामाबाद के 28 साल के हुसामुद्दीन पुरुषों के 57kg भारवर्ग में नामीबिया के ट्रायागेन मार्निंग नदेवेलो पर 4-1 से जीत दर्ज कर अंतिम चार में पहुंचे. हुसामुद्दीन को तीनों राउंड में अप ने प्रतिद्वंद्वी से कड़ी टक्कर मिली लेकिन वह हर बार मामूली बढ़त लेते रहे. आखिरी राउंड के बाद कुल पॉइंट्स में चार जजों ने उनके पक्ष में फैसला दिया और भारत का पदक पक्का हो गया.
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