Thailand Open में भारतीय चुनौती खत्म, साइना हारी तो चोटिल श्रीकांत मैच से हटे
साइना पहला गेम जीतने में सफल रही लेकिन इसके बाद वह लय बरकरार नहीं रख पायी और 68 मिनट तक चले मैच में 23-21, 14-21, 16-21 से हार गयी. यह विश्व में 12वीं रैंकिंग की बुसानन के हाथों साइना की लगातार चौथी हार है.
बैंकॉक: भारत की स्टार शटलर साइना नेहवाल गुरुवार को महिला एकल के दूसरे दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरंगफान से हारकर थाईलैंड ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट से बाहर हो गयी. भारत के अन्य खिलाड़ियों के लिये भी गुरुवार का दिन अच्छा नहीं रहा जिससे इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी.
साइना पहला गेम जीतने में सफल रही लेकिन इसके बाद वह लय बरकरार नहीं रख पायी और 68 मिनट तक चले मैच में 23-21, 14-21, 16-21 से हार गयी. यह विश्व में 12वीं रैंकिंग की बुसानन के हाथों साइना की लगातार चौथी हार है.
पुरुष एकल में विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत को दायें पांव की पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण आठवीं वरीयता प्राप्त मलेशियाई ली जी जिया को वाकओवर देना पड़ा. इससे पहले पुरुष युगल में भारत के सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी भी इंडोनिशया के मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान से 19-21, 17-21 से हारकर बाहर हो गये.
भारत की निगाहें अब सात्विक और उनकी मिश्रित युगल जोड़ीदार अश्विनी पोनप्पा पर टिकी थी लेकिन उन्हें भी हांगकांग के चांग ताक चिंग और नग विंग यंग से 12-21, 17-21 से हार झेलनी पड़ी जिससे इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी.
साइना और बुसानन के बीच लंबी रैलियां देखने को मिली लेकिन थाई खिलाड़ी ने अच्छे शॉट लगाये जिनका उन्हें फायदा मिला. पहले गेम में साइना एक समय 6-5 से आगे चल रही थी लेकिन ब्रेक तक बुसानन 11-9 से बढ़त पर थी. साइना ने हालोंकि इसके बाद वापसी की और 17-17 से स्कोर बराबर करने के बाद अपनी प्रतिद्वंद्वी को बराबरी की टक्कर दी. बुसानन का ढीला रिटर्न नेट पर उलझने के कारण साइना ने पहला गेम अपने नाम किया.
दूसरे गेम में साइना ने कुछ गलतियां की जिसका फायदा उठाकर बुसानन 11-6 से आगे हो गयी। इसके बाद भी उन्होंने अपनी बढ़त कायम रखी और भारतीय खिलाड़ी के शॉट बाहर मारने पर मैच बराबरी पर ला दिया. बुसानन तीसरे और निर्णायक गेम में भी शुरू से हावी हो गयी. साइना ने वापसी की कोशिश भी की लेकिन ब्रेक तक थाई खिलाड़ी को 11-7 से अच्छी बढ़त हासिल थी. इसके बाद भी साइना जूझती रही और बुसानन 18-11 से आगे हो गयी. बुसानन को आखिर में छह मैच प्वाइंट मिले जिनमें से साइना केवल दो का ही बचाव कर पायी.