पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भारतीय कोचों को अवसर नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की है. द्रविड़ का मानना है कि आईपीएल में ज्यादा से ज्यादा भारतीय कोच होने चाहिए. राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के मुखिया ने कहा कि भारतीय कोच भी विदेशी ट्रेनर की तरह काबिल हैं.
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक द्रविड़ ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ अच्छे कोच हैं. मुझे उनकी काबिलियत में पूरा विश्वास है. जिस तरह हमारे पास क्रिकेट में शानदार प्रतिभा है उसी तरह हमारे पास कोचिंग विभाग में भी अच्छी प्रतिभा है. हमें उन्हें अच्छा करने के लिए समय देने की जरूरत है. मुझे पूरा विश्वास है कि वह इसमें सफल रहेंगे." उन्होंने कहा, "यह कभी-कभी मुझे निराश करता है जब हमारे बहुत से लड़कों को आईपीएल में सहायक कोच के रूप में अवसर नहीं मिलते हैं."
इंडिया अंडर-19 और इंडिया-ए के कोच के अलावा राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच रह चुके द्रविड़ ने कहा है कि जब वह आईपीएल में कोचिंग स्टाफ में भारतीय लोगों को नहीं देखते हैं तो उन्हें निराशा होती है. राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख का मानना है कि लीग में भारतीय कोचों का उपयोग करने से टीमों को लाभ मिल सकता है. द्रविड़ ने कहा कि घरेलू कोच भारतीय खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से जानते हैं और उन्हें बेहतर तरीके से समझते भी हैं.