कोलकाताः भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया का मानना है कि भारतीय फुटबाल को अगले स्तर पर ले जाने के लिए जमीनी स्तर पर खेल के विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता है. भूटिया का कहना है कि 2014 में इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की शुरुआत होने के बाद से देश में इस खेल को काफी मदद मिली है.


भूटिया ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट सेशन के दौरान कहा, "हमें अच्छी गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों की जरूरत है. यह बहुत महत्वपूर्ण है. मेरा मतलब यह नहीं है कि हमारे पास अभी अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं. लेकिन एशिया और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए हमें जमीनी स्तर से बड़े खिलाड़ियों को तैयार करने की जरूरत है."


उन्होंने कहा, " ये ऐसी चीज है जो लंबे समय में मदद करेगी. हमें राष्ट्रीय टीम को आगे बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर को मजबूत करना होगा. हमें अंडर-17 और अंडर-15 एशिया कप के लिए नियमित रूप से क्वालीफाई करना चाहिए."
भूटिया ने साथ ही कहा कि जब वे खेलते थे, तो उसकी तुलना में अब देश में बुनियादी ढांचा काफी बेहतर हुआ है.


पूर्व कप्तान ने कहा, "2008, 2009 में तो हमने कुछ मैच खेले थे, लेकिन जब मैंने 1995 में खेलना शुरू किया था तब मुझे याद है कि पूरे साल में सिर्फ दो या तीन मैच हुए थे. उनमें से विश्व कप क्वालीफाइंग या प्री-ओलंपिक के लिए सिर्फ एक क्वालीफाइंग मैच. हम अच्छी टीम पाने के लिए भाग्यशाली नहीं रहे थे. हमें बड़े देश मिले और हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए."


भूटिया ने आगे कहा कि 2014 में इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की शुरुआत होने के बाद से देश में इस खेल को काफी मदद मिली है. उन्होंने कहा, " आईएसएल के आने के साथ बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण साथ मैदान की गुणवत्ता भी अब उच्च स्तर की हो रही है."


इसे भी देखेंः
शुभमन गिल ने कभी भी अंपायर को गाली नहीं दी: युवराज सिंह


मैदान पर आईपीएल का मैच देख सकते हैं दर्शक, यूएई क्रिकेट बोर्ड ने शुरू की कोशिश