टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय महिला हॉकी टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंच कर इतिहास रच दिया है. भारतीय महिला हॉकी टीम ने 2 अगस्त की सुबह शानदार खेल दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दिया था. इससे पहले भारतीय महिला हॉकी टीम किसी भी ओलंपिक के सेमीफाइनल राउंड तक नहीं पहुंची थी.  


भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक में पहली बार ब्रान्ज मेडल के लिए खेली. सेमीफाइनल में भारतीय टीम का मुकाबलात ब्रिटेन के साथ था. आज सुबह हुए इस मैच में महिला हॉकी टीम को 3-4 से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय महिला टीम ने ब्रिटेन को कड़ी टक्कर दी. हाफ टाइम में भारतीय महिला टीम 3-2 से आगे चल रही थी. 


हारकर भी रचा इतिहास


लेकिन सेकंड हाफ में भारत 3-4 से पीछे हो गया और हार  गया. और इस तरह हार कर भीभारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है. महिला टीम के इस राउंड तक पहुंचने ता श्रेय टीम के खिलाड़ियों और उनके कोच सोर्ड मारेजन को जाता है. महिला टीम की इस हार पर भी भारत के लोग उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं और उनको प्रोत्साहित कर रहे हैं. 


प्रधानमंत्री ने की सराहना


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला टीम के इस इतिहास बनाने वाले खेल और शानदार प्रदर्शन की सराहना में ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा,"हम टोक्यो 2020 में महिला हॉकी टीम के महान प्रदर्शन को हमेशा याद रखेंगे. उन्होंने इस दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ दिया. टीम के हरेक सदस्य में जबरदस्त साहस, स्किल्स और कमबैक करने का आशीर्वाद है. भारत को इस शानदार टीम पर गर्व है."






प्रधानममंत्री को गर्व


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे ट्वीट में लिखा,"हम महिला हॉकी में एक पदक जीतने से मामूली से चूक गए लेकिन यह टीम न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है- जहां हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और नए फ्रंट बनाते हैं. इससे भी जरूरी बात यह है कि टोक्यो में उनकी सफलता भारत की युवा बेटियों को हॉकी को अपनाने और इसमें उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी. इस टीम पर गर्व है."






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