Indonesia Government: इंडोनेशिया सरकार ने फुटबॉल स्टेडियम में मची भगदड़ को लेकर बड़ा फैसला किया है. यहां की सराकर ने स्टेडियम में मची भगदड़ के जिम्मेदार लोगों को पुलिस से पहचानने और उन्हें दंडित करने को कहा है. इंडोनेशिया के स्टेडियम में हुए इस हादसे में 170 लोगों की जान चली गई थी. इस हादसे को फुटबॉल इतिहास का सबसे बड़ी आपदाओं में से एक भी बताया गया.
इंडोनेशिया के मुख्य सुरक्षा मंत्री महफूद एमडी ने बताया कि हमने राष्ट्रीय पुलिस से अगले कुछ दिनों में इस घटना के अपराधियों को ढूंढने के लिए कहा जिन्होंने यह अपराध किया है. उन्होंने कहा कि हमने उनसे यह खुलासा करने के लिए कहा कि अपराधों को किसने अंजाम दिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
कैसे शुरू हुआ था विवाद
ये फुटबॉल मैच इंडोनेशिया के मलंग शहर के एक बड़े स्टेडियम में Arema FC और Persebaya क्लब के बीच खेला जा रहा था. पूरा स्टेडियम दोनों ही टीमों के समर्थकों से खचाखच भरा था, लेकिन तभी एक टीम हार गई और इसे लेकर दोनों ही टीमों के फैंस के बीच झगड़ा शुरू हो गया. देखते ही देखते ये झगड़ा पूरे स्टेडियम में फैल गया और लोग एक दूसरे से भिड़ गए. हालात ये थे कि वहां मौजूद सुरक्षाबलों को किसी तरह अपनी जान बचानी पड़ी. दंगा बढ़ता देख इंडोनेशिया की नेशनल आर्म्ड फोर्सेस को मौके पर बुलाया गया. हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी. किसी तरह सेना के जवानों ने दंगा कर रही भीड़ को स्टेडियम से बाहर निकाला. स्टेडियम से बाहर निकलने के बाद भी जमकर हिंसा हुई.
इंडोनेशिया में हुए इस हादसे को दुनिया में अब तक हुए सबसे बड़े स्टेडियम हादसों में से एक कहा जा रहा है. इस घटना के दौरान आगजनी भी की गई. अरेमा एफसी फैंस ने स्टेडियम के बाहर खड़े पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया. हादसे में स्टेडियम के अंदर मौके पर ही 34 लोगों की मौत हो गई. बाकी लोगों की मौत अस्पताल में हुई. हिंसा के दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया. इस पूरे हादसे में दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने इस हादसे के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच पूरी होने तक BRI लीग के सभी मैच रद्द कर दिए गए हैं.
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