भारत को 180 रनों से हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी विजेता बना पाकिस्तान
लंदन के ओवल में टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी के करते हुए पाकिस्तान की टीम ने फखर ज़मां के पहले वनडे शतक की मदद से 38 रन बनाए. जिसके जवाब में हार्दिक पांड्या को छोड़ टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज़ अपने रंग में नहीं दिखा और पूरी टीम महज़ 158 रन बनाकर बुरी तरह पस्त हो गई.
पूरे टूर्नामेंट में दमदार तरीके से बल्लेबाज़ी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी से आज एक बार फिर टीम इंडिया को उम्मीदें थीं, लेकिन रोहित शर्मा, आमिर के पहले ओवर में ही शून्य के स्कोर पर वापस पवेलियन लौट गए. शर्मा के कुछ देर बाद ही कप्तान विराट कोहली भी आमिर की गेंद पर खराब शॉट खेल वापस पवेलियन लौट गए.
शुरूआती दोनों विकेट गिरने के बाद भी भारतीय फैंस को उम्मीद थी कि टीम इंडिया मुकाबले में वापसी करेगी. लेकिन टीम इंडिया के विकेट गिरने का सिलसिला लगातार जारी रहा. शिखर धवन 21 रन बनाकर मोहम्मद आमिर का तीसरा शिकार बने. इसके बाद युवराज सिंह भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और 22 रन बनाकर शादाब खान की गेंद पर आउट हुए.
इसके बाद भी भारतीय टीम की सारी उम्मीदें एमएस धोनी पर थी. लेकिन धोनी एक खराब शॉट खेल महज़ 4 रन बनाकर हसन अली की गेंद पर वापस पवेलियन लौट गए. केदार जाधव भी 9 रन बनाकर चलते बने.
लगातार 6 विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम को हार्दिक पांड्या ने कुछ सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने का काम किया. पांड्या ने बेहद शानदार अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए रविन्द्र जडेजा के साथ मिलकर 80 रनों की साझेदारी की. इस दौरान उन्होंने 43 गेंदों पर 6 छक्के और 4 चौको के साथ 76 रनों की आतिशी पारी खेली. लेकिन रविन्द्र जडेजा के साथ तालमेल की कमी की वजह से भारतीय टीम ने आखिरी उम्मीद के रूप में पांड्या का विकेट गंवा दिया.
पांड्या के विकेट के बाद जडेजा भी 15 रन के स्कोर पर आउट हो गए और टीम इंडिया की सारी उम्मीदें एक-एक कर धवस्त हो गई.
इससे पहले फखर ज़मां के शतक की मदद से पाकिस्तान टीम ने विशाल 338 रनों का स्कोर खड़ा किया था.
भारतीय टीम ने आज टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. लेकिन ये फैसला उस वक्त बुरी तरह से गलत साबित हुआ जब पाकिस्तानी ओपनर फखर ज़मां और अज़हर अली ने अपनी टीम को 128 रनों की रिकॉर्ड शुरूआत दे डाली. इसके बाद बुमराह की अच्छी फील्डिंग ने टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई. अज़हर अली 59 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए. लेकिन टीम इंडिया इस विकेट का मोमेंटम नहीं हासिल कर सकी.
इसके बाद फखर ने बाबर आज़म के साथ मिलकर 10.1 ओवर में 72 रनों की अहम साझेदारी कर टीम को 200 रनों तक पहुंचा दिया. इस दौरान फखर ने अपने वनडे करियर का पहला शतक भी लगाया. फखर ज़मां ने 114 रनों की आतिशी पारी खेली जिसके बाद उन्हें हार्दिक पांड्या ने आउट कर वापस पवेलियन भेजा.
फखर के विकेट के बाद बाबर आज़म और शोएब मलिक के बीच 47 रनों की अच्छी साझेदारी हुई. लेकिन इसके बाद कप्तान कोहली ने गेंदबाज़ी में चेंज किया और भुवनेश्वर कुमार ने भारतीय टीम को मलिक(12 रन) के रूप में तीसरी सफलता दिलाई.
इसके कुछ देर बाद ही बाबर आज़म भी 46 रन बनाकर केदार जाधव की गेंद पर वापस लौट गए.
लेकिन अंत में मोहम्मद हफीज़ ने महज़ 23 गेंदों पर 43 रनों की आतिशी पारी खेल टीम के 300 रनों के पार पहुंचाया और भारत के सामने ये विशाल स्कोर खड़ा किया. पूरी पारी के दौरान भारतीय गेंदबाज़ पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाने में नाकामयाब दिखे.
भारतीय टीम के लिए भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या के अलावा कोई भी गेंदबाज़ अपने रंग में नज़र नहीं आया. भुवनेश्वर कुमार ने अपने 10 ओवरों में स्पेल में 30 रन खर्चते हुए 1 विकेट चटकाया. इसके अलावा रविन्द्र जडेजा(8 ओवर में 67 रन) और आर अश्विन(10 ओवर में 70 रन) के रूप में दोनों स्पिनर्स खासे महंगे साबित हुए.
आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में रनों के लिहाज से ये किसी भी टीम की सबसे बड़ी हार है.