कोरोना वायरस की वजह से खेलों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. दुनिया के अधिकतर देशों में लॉकडाउन और महामारी के डर की वजह से बड़े टूर्नामेंट्स का आयोजन नहीं किया जा रहा है. खेलों के रद्द होने का असर खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति पर पड़ रहा है. हालांकि इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन खिलाड़ियों की मदद के लिए आगे आया है. आईटीएफ ने कहा है कि वह कोरोना वायरस से पीड़ित होने वाले खिलाड़ियों की मदद के लिए करीब 60 लाख डॉलर का फंड जुटाएगा.
आईटीएफ ने कहा कि वह एटीपी और डब्ल्यूटीए के साथ-साथ चारों ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट (टेनिस आस्ट्रेलिया, फ्रांस टेनिस महासंघ, ऑल इंग्लैंड क्लब और अमेरिका टेनिस संघ) के आयोजनकर्ताओं के साथ मिलकर 'खिलाड़ी राहत कार्यक्रम' बनाने पर विचार कर रहा है.
खिलाड़ी राहत कार्यक्रम के तहत करीब 800 एटीपी और डब्ल्यूटीए सिंगल्स और डबल इवेंट खेलने वाले खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता की जरूरत है. आईटीएफ ने एक बयान में कहा, "इस मुश्किल समय में खिलाड़ी राहत कार्यक्रम का निर्माण खेल की क्षमता का सकारात्मक प्रदर्शन है. एटीपी और डब्ल्यूटीए खिलाड़ी राहत कार्यक्रम का संचालन करेंगे और सभी सात शेयरधारक इसमें अपना अहम योगदान देंगे."
बेहद मुश्किल है टेनिस का आयोजन
हालांकि ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल कोरोना वायरस की वजह से टेनिस का आयोजन नहीं देखने को मिलेगा. स्पेन के स्टार टेनिस खिलाड़ी नडाल भी मानते हैं कि 2020 का पूरा सीजन कोरोना वायरस की वजह से खराब हो चुका है. इतना ही नहीं नडाल का कहना है कि अब टेनिस खिलाड़ी अगले साल ही टेनिस कोर्ट पर नज़र आएंगे.
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