IPL 2017: इन 5 बड़ी वजहों से चैंपियन नहीं बन पाई RPS की टीम
ABP News Bureau
Updated at:
22 May 2017 05:25 PM (IST)
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नई दिल्ली/हैदराबाद: बीते दिन हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में मुंबई इंडियंस ने बेहद रोमांचक मुकाबले में पुणे सुपरजाएंट को हराकर आईपीएल-10 का खिताब जीत लिया. इस जीत के साथ ही मुंबई की टीम आईपीएल इतिहास में तीसरी बार ये खिताब जीतने वाली पहली टीम भी बनी. लेकिन मैच से पहले और मैच के दौरान भी खिताब की प्रबल दावेदार दिख रही राइज़िंग पुणेसुपरजाएंट के साथ ऐसा क्या हुआ कि उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा.
आइये अब हम आपको बतातें हैं कि आखिर क्या रहे पुणे की हार के कारण:
अजिंक्ये रहाणे का विकेट:
कप्तान स्मिथ के साथ मिलकर अजिंक्ये रहाणे ने बेहद शानदार तरीके से टीम की जीत की नींव रख दी थी. दोनों बल्लेबाज़ों ने 17/1 से टीम के स्कोर को 71 रनों तक ले गए. दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 54 रनों की साझेदारी निभाई. लेकिन तभी जॉनसन की गेंद पर पुणे ने रहाणे का बड़ा विकेट गंवा दिया और इसके बाद स्मिथ के साथ एक भी बल्लेबाज़ साझेदारी नहीं निभा पाया और टीम 130 रन के मामूली से लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर सकी.
एमएस धोनी का विकेट:
पुणे की टीम की किस्मत का फैसला मैच की आखिरी 24 गेंदों में हुआ. पुणे की टीम के लिए सबकुछ सही चल रहा था. आखिरी 4 ओवर में उसे जीत के लिए 33 रन चाहिए थे. क्रीज पर कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ एमएस धोनी थे. लेकिन सत्रहवें ओवर की दूसरी गेंद पर बुमराह ने धोनी को आउट कर दिया. बुमराह की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को प्वॉइंट से खेलने की कोशिश में धोनी ने विकेट कीपर पार्थिव पटेल को कैच थमा दिया.
मलिंगा, बुमराह और जॉनसन के ओवरों का अंत तक बचा रहना:
असल में इसके बाद भी पुणे के लिए मुश्किल कुछ नहीं थी क्योंकि क्रीज पर अब भी कप्तान स्टीव स्मिथ का साथ देने के लिए मनोज तिवारी थे. लेकिन इस दौरान रन रेट ठीक 10 रन तक पहुंच चुका था. पुणे की टीम के लिए तीन गेंदबाज इंतजार कर रहे थे. लसिथ मलिंगा, जसप्रीत बुमराह और मिचेल जॉनसन. किसी ने सोचा तक नहीं था कि मैच इतनी दूर तक जाएगा. अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने 18वें ओवर में सिर्फ 7 रन दिए. उन्हें विकेट तो नहीं मिला लेकिन पुणे की टीम का ‘आस्किंग रनरेट’ 10 से बढ़कर 11.5 हो गया.
बुमराह का 19वां ओवर:
उन्नीसवें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने 12 रन दिए लेकिन फिर भी अनुभवी मिचेल जॉनसन के पास आखिरी ओवर में ‘डिफेंड’ करने के लिए 11 रन थे. बुमराह ने लाजवाब गेंदबाज़ी करते हुए स्मिथ और मनोज तिवारी को पूरी तरह से हाथ खोलने का मौका नहीं दिया. अभी तक दोनों टीमें बराबरी पर थी बल्कि पुणे का पलड़ा ही भारी था क्योंकि उसके पास क्रीज पर ‘प्योर’ बल्लेबाज थे. लेकिन इसके बाद जो हुआ वो करोड़ो क्रिकेटप्रेमियों ने देखा.
आखिरी 6 गेंदों में बड़े विकेट गंवाना:
आखिरी 6 गेंद पर मनोज तिवारी, स्टीव स्मिथ और वाशिंगटन सुदंर आउट हुए और मुंबई इंडियंस ने आईपीएल का खिताब तीसरी बार जीतकर इतिहास रच दिया. आईपीएल के इतिहास में मुंबई पहली ऐसी टीम है जिसने 3 बार खिताब पर कब्जा किया है.
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नई दिल्ली/हैदराबाद: बीते दिन हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में मुंबई इंडियंस ने बेहद रोमांचक मुकाबले में पुणे सुपरजाएंट को हराकर आईपीएल-10 का खिताब जीत लिया. इस जीत के साथ ही मुंबई की टीम आईपीएल इतिहास में तीसरी बार ये खिताब जीतने वाली पहली टीम भी बनी. लेकिन मैच से पहले और मैच के दौरान भी खिताब की प्रबल दावेदार दिख रही राइज़िंग पुणेसुपरजाएंट के साथ ऐसा क्या हुआ कि उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा.
आइये अब हम आपको बतातें हैं कि आखिर क्या रहे पुणे की हार के कारण:
अजिंक्ये रहाणे का विकेट:
कप्तान स्मिथ के साथ मिलकर अजिंक्ये रहाणे ने बेहद शानदार तरीके से टीम की जीत की नींव रख दी थी. दोनों बल्लेबाज़ों ने 17/1 से टीम के स्कोर को 71 रनों तक ले गए. दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर 54 रनों की साझेदारी निभाई. लेकिन तभी जॉनसन की गेंद पर पुणे ने रहाणे का बड़ा विकेट गंवा दिया और इसके बाद स्मिथ के साथ एक भी बल्लेबाज़ साझेदारी नहीं निभा पाया और टीम 130 रन के मामूली से लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर सकी.
एमएस धोनी का विकेट:
पुणे की टीम की किस्मत का फैसला मैच की आखिरी 24 गेंदों में हुआ. पुणे की टीम के लिए सबकुछ सही चल रहा था. आखिरी 4 ओवर में उसे जीत के लिए 33 रन चाहिए थे. क्रीज पर कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ एमएस धोनी थे. लेकिन सत्रहवें ओवर की दूसरी गेंद पर बुमराह ने धोनी को आउट कर दिया. बुमराह की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को प्वॉइंट से खेलने की कोशिश में धोनी ने विकेट कीपर पार्थिव पटेल को कैच थमा दिया.
मलिंगा, बुमराह और जॉनसन के ओवरों का अंत तक बचा रहना:
असल में इसके बाद भी पुणे के लिए मुश्किल कुछ नहीं थी क्योंकि क्रीज पर अब भी कप्तान स्टीव स्मिथ का साथ देने के लिए मनोज तिवारी थे. लेकिन इस दौरान रन रेट ठीक 10 रन तक पहुंच चुका था. पुणे की टीम के लिए तीन गेंदबाज इंतजार कर रहे थे. लसिथ मलिंगा, जसप्रीत बुमराह और मिचेल जॉनसन. किसी ने सोचा तक नहीं था कि मैच इतनी दूर तक जाएगा. अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने 18वें ओवर में सिर्फ 7 रन दिए. उन्हें विकेट तो नहीं मिला लेकिन पुणे की टीम का ‘आस्किंग रनरेट’ 10 से बढ़कर 11.5 हो गया.
बुमराह का 19वां ओवर:
उन्नीसवें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने 12 रन दिए लेकिन फिर भी अनुभवी मिचेल जॉनसन के पास आखिरी ओवर में ‘डिफेंड’ करने के लिए 11 रन थे. बुमराह ने लाजवाब गेंदबाज़ी करते हुए स्मिथ और मनोज तिवारी को पूरी तरह से हाथ खोलने का मौका नहीं दिया. अभी तक दोनों टीमें बराबरी पर थी बल्कि पुणे का पलड़ा ही भारी था क्योंकि उसके पास क्रीज पर ‘प्योर’ बल्लेबाज थे. लेकिन इसके बाद जो हुआ वो करोड़ो क्रिकेटप्रेमियों ने देखा.
आखिरी 6 गेंदों में बड़े विकेट गंवाना:
आखिरी 6 गेंद पर मनोज तिवारी, स्टीव स्मिथ और वाशिंगटन सुदंर आउट हुए और मुंबई इंडियंस ने आईपीएल का खिताब तीसरी बार जीतकर इतिहास रच दिया. आईपीएल के इतिहास में मुंबई पहली ऐसी टीम है जिसने 3 बार खिताब पर कब्जा किया है.
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