नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2 साल बैन झेलने के बाद आखिरकार चेन्नई सुपर किंग्स ने इस साल के आईपीएल में वापसी की. जाहिर सी बात है एमएस धोनी के लिए ये दो साल थोड़े मुश्किल रहे होंगे. आज शाम 7 बजे से एक ऐसा मुकाबला होने जा रहा है जिसमें अगर चेन्नई की टीम चैंपियन बनती है तो दर्शकों को शायद हैरानी नहीं होगी. आईपीएल 2018 सीजन 11 का आज फाइनल मुकाबला है जो हैदराबाद और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होने वाला है.


'बूढ़ों की फौज'


चेन्नई ने जब ऑक्शन में कदम रखा तो कुछ लोग यहां तक कहने लगे थे कि ये बूढों की फौज है. जिसमें कई बूढ़ें शामिल हैं. लेकिन थलाइवा को शायद इस बात का बिल्कुल फर्क नहीं पड़ा और टीम आज फाइनल मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है. इमरान ताहिर, हरभजन सिंह, शेन वॉटसन, धोनी, ड्वेन ब्रावो, फाफ डू प्लेसी जैसे खिलाड़ियों ने जब वानखेड़े में अपना ओपनिंग मैच खेला तो लोगों ने इन खिलाड़ियों को बूढ़ा कहकर ट्रोल किया और कहा कि ये मैदान पर भाग नहीं पाएंगे और न ही इनकी फिटनेस उतनी अच्छी है. लेकिन आज जब ये बूढ़े शेर अपने प्रदर्शन की बदौलत फाइनल में पहुंच चुके हैं.


ओपनिंग मैच में दिया सबको जवाब


आईपीएल के ओपनिंग मुकाबले को कौन भूल सकता है जहां 3 ओवरों मे टीम को 47 रनों की जरूरत थी. लेकिन ब्रावो जिन्होंने पिछेल तीन सालों से एक भी अर्धशतक नहीं मारा था उन्होंने अपने बल्लेबाजी के दम पर चेन्नई को पहला मैच जीतवा दिया. ब्रावो ने उस मैच में 30 गेंदों में शानदार 60 रनों की पारी खेली थी जिसमें 6 दमदार छक्कें भी शामिल थे.


सैम बिलिंग्स का धमाका


वहीं अगले मैच में सैम बिलिंग्स ने कमाल कर दिया जिन्होंने 22 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर दिया. टीम ने उस मैच में 200 से ज्यादा रन मारे थे. हालांकि चेन्नई का होम ग्राउंड पुणे शिफ्ट हो गया जिससे टीम ने अपने होम स्पोर्ट खो दिया.


लुंगी एनगिडी का कमाल


वहीं अगर गेंदबाजी की बात की जाए तो दक्षिण अफ्रीका के लुंगी एनगिडी ने पंजाब के खिलाफ 8 रन देकर 4 विकेट लिए. लेकिन टीम के लिए टॉपअप का काम किया युवा बल्लेबाज दीपक चाहर ने.


अनुभवी बल्लेबाजों का दम


इस साल चेन्नई के लिए टॉप का प्रदर्शन कर चुके सुरेश रैना और रविंद्र जडेजा की वापसी हुई. दोनों खिलाड़ी इन दो सालों में अपनी अपनी आईपीएल की टीमों के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके थे. बस इंतजार था तो चेन्नई की टीम में वापसी का. लेकिन इन सबके बीच वॉट्सन और राडयू का प्रदर्शन टीम के लिए सरप्राइज पैकेज के तौर पर आया. तो वहीं जब टीम को रनों की जरूरत थी फॉफ डू प्लेसी ने टीम को जेल तोड़कर बाहर निकाला. और पहले क्वालीफायर में हैदराबाद के खिलाफ शानदार 67 रनों की पारी खेली.


द विंटेज धोनी


चेन्नई के फैंस को अगर किसी एक बल्लेबाज के प्रदर्शन का सबसे ज्यादा इंतजार रहता है तो वो सिर्फ एक ही खिलाड़ी है कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिन्होंने शुरूआत के मैचों में भले ही धीमा खेला हो लेकिन जैसे - जैसे मैच होते गए धोनी भी अपने फॉर्म में आ गए. जिससे एक तरफ टीम को मजबूती तो मिली ही साथ में उन लोगों के मुंह पर भी ताला लग गया जो धोनी के प्रदर्शन को लेकर सवाल उठा रहे थे.


SRH कर सकती है कमाल


सनराइजर्स हैदराबाद ही इकलौती टीम है जो चेन्नई के सपने को तोड़ खिताब पर अपना कब्जा जमा सकती है. टीम अपने पूर्व कप्तान और घातक बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को पहले ही खो चुकी थी लेकिन टीम ने जिस तरह से वापसी की वो काबिल ए तारीफ है. कप्तान के तौर पर केन विलियमसन ने टीम की कमान संभाली और आज टीम फाइनल में है. केन विलियमसन ने 16 मैचों में कुल 8 अर्धशतक मारे हैं तो वहीं पूरी इस सीजन में 59.92 के स्ट्राइक रेट के साथ 688 रन बनाए हैं.


लेकिन सनराइजर्स का एक हथियार जो पूरी चेन्नई की टीम को एक साथ मात दे सकता है वो है अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान. इडन गार्डन के मैदान पर उनका वो प्रदर्शन कौन भूल सकता है जिसने कोलकाता को आईपीएल से बाहर कर दिया. राशिद ने उस मैच में 10 गेंदों में 34 रन बनाएं ते तो वहीं 19 रन देकर 3 अहम विकेट भी लिए थे. लकिन राशिद के अलावा भुवनेश्वर कुमार, सिद्दार्थ कौल, संदीप शर्मा और शाकिब अल हसन भी कुछ ऐसे सितारें है जो चेन्नई से अंतिम वक्त में मैच छीन सकते हैं.