मुंबई इंडियंस की टीम ने आईपीएल 13 के फाइनल मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को 5 विकेट से मात देकर खिताब अपने नाम किया. मुंबई इंडियंस की टीम ने रिकॉर्ड पांचवीं बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया है और खास बात है कि पांचों बार रोहित शर्मा की अगुवाई में ही टीम विजेता बनने में कामयाब रही है. जीत से बेहद खुश रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम पहली गेंद से मैच में थी और वहां से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.


ट्रेंट बोल्ट ने मैच की पहली ही गेंद पर दिल्ली के मार्कस स्टोयनिस को पवेलियन भेज दिया. दिल्ली शुरुआती झटकों से अच्छी तरह उबर नहीं सकी और 20 ओवरों में सात विकेट खोकर 156 रन ही बना पाई. मुंबई ने रोहित की 68 रनों की पारी के दम पर यह लक्ष्य 18.4 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया.


मैच के बाद रोहित ने कहा, "पूरे सीजन जिस तरह से चीजें रहीं उससे मैं काफी खुश हूं. हमने शुरू में कहा था कि हम जीत को एक आदत बनाने चाहते हैं और आप इससे ज्यादा कुछ नहीं मांग सकते. हम पहली ही गेंद से आगे थे और हमने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा."


सभी खिलाड़ियों का योगदान रहा अहम


अपनी कप्तानी को लेकर रोहित ने कहा, "आपको शांत रहने के लिए सही संतुलन चाहिए होता है. मैं वो कप्तान नहीं हूं जो किसी के पीछे डंडा लेकर भागूं. आप खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देकर ही बेहतर कर सकते हैं. अगर आप हमारी बल्लेबाजी देखेंगे तो हमारे पास केरन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या हैं, हमने उन्हें पूरे सीजन रोटेट किया. हमारी गेंदबाजी में भी इसी तरह की गहराई है."


इस मैच में रोहित ने टीम में लगातार खेलते आ रहे लेग स्पिनर राहुल चहर को बाहर रख ऑफ स्पिनर जयंत यादव को खेलाया. रोहित ने इस पर कहा, "चहर का बाहर जाना दुर्भाग्यपूर्ण, लेकिन रणनीतिक तौर पर हमें जयंत चाहिए थे. जब आप अपनी अंतिम-11 में बदलाव करते हो तो आप उसे बेहतर ही बनाना चाहते हो. आपको यह करना चाहिए वो भी बिना किसी के आत्मविश्वास को कमजोर करते हुए."


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