IPL 2020: आईपीएल के इतिहास में पहली बार एक दिन में खेले गए तीन 'सुपर ओवर'
IPL 2020: सुपर संडे का दूसरा मुकाबला भी टाई रहा. इस तरह आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि एक दिन में दो सुपर ओवर खेले गए.
IPL 2020: इंडियन प्रीमियर लीग के 13 साल के इतिहास में 'सुपर संडे' पहली बार सच में 'फन डे' साबित हुआ. दरअसल, रविवार को आईपीएल के इतिहास में पहली बार एक ही दिन में तीन सुपर ओवर खेले गए. पहले कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद का मुकाबला टाई रहा, जिसके बाद दिन का पहला सुपर ओवर खेला गया. इसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस का मुकाबला भी टाई रहा.
दिलचस्प बात यह रही कि मुंबई और पंजाब के बीच मैच टाई होने के बाद जब सुपर ओवर खेला गया तो वो भी टाई रहा. इसके बाद नए नियमों के मुताबिक, मैच का रिज़ल्ट निकालने के लिए दूसरा सुपर ओवर खेला गया, जिसमें पंजाब को जीत मिली. इस तरह आईपीएल के इतिहास में पहली बार एक दिन में तीन सुपर ओवर खेले गए.
इससे पहले एक दिन कभी नहीं हुए थे दो सुपर ओवर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईपीएल के इतिहास में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि एक दिन में दो मैच टाई रहे हो. इस लीग के 13 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक दिन के दोनों मैच टाई रहे हो.
2019 विश्व कप के बाद बदला है नियम
गौरतलब है कि पहले मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर खेला जाता था और अगर सुपर ओवर भी टाई रहा, तो मैच का रिज़ल्ट निकलाने के लिए बाउंड्री नियम लगता था. इसका मतलब है कि जिस टीम ने मैच में ज्यादा बाउंड्री लगाई होंगी, उसे विजेता घोषित किया जाता था. 2019 वनडे विश्व कप के फाइनल मुकाबले में भी ऐसा ही हुआ था.
हालांकि, इसके बाद नियमों में बदलाव किया गया. अब नए नियम के मुताबिक, अगर मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर भी टाई रहता है, तो मैच का रिज़ल्ट निकालने के लिए दूसरा सुपर ओवर खेला जाएगा. इस तरह नए नियम के मुताबिक, जब तक मैच का रिजल्ट नहीं आ जाता है, तब तक सुपर ओवर खेला जाएगा.
सुपर ओवर से पहले होता था 'बॉल आउट'
सबसे पहले सुपर ओवर की शुरुआत 2008 में टी20 क्रिकेट से हुई थी. इसके बाद 2011 में इसे वनडे में भी शामिल कर लिया गया. इससे पहले मैच टाई होने पर नतीजा निकालने के लिए 'बॉल आउट' का इस्तेमाल किया जाता था. 'बॉल आउट' में दोनों टीमों के पांच-पांच खिलाड़ी गेंदबाज़ी करते थे और तीन में से कोई भी स्टंप गिराने की कोशिश करते थे. जो टीम ज्यादा स्टंप गिरा पाती थी, उसे विजता घोषित किया जाता था. अगर दोनों टीमों के खिलाड़ी बराबर स्टंप गिरा लें तो यह खेल तब तक चलता था जब तक मैच का रि़जल्ट न आ जाए.