कोलकाता में दिल्ली और मुम्बई की स्कूल टीमों के बीच मैच चल रहा था. अंडर-17 क्रिकटर्स इस मैच में खेल रहे थे. टैलेंट रिसर्च डेवलपमेंट विंग के चेयरमैन पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर भी मैच देखने के लिए मौजूद थे. तब सुनील देव दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव थे. दिल्ली टीम के साथ मैनेजर के रूप में वो भी कोलकाता गए थे.
एक बल्लेबाज के बारे में अभी भी उनको सबकुछ याद है. उस खिलाड़ी ने फर्स्ट इनिंग्स में शतक और दूसरी पारी में मैच जिताने वाली 85 रनों की शानदार वाली खेली थी. दिल्ली ने उस मैच में मुम्बई को हराया था. वही, खिलाड़ी आज सियासत मैदान पर भी कमाल कर रहा है. नाम है तेजस्वी यादव. कभी तेजस्वी ने विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के साथ भी क्रिकेट खेला है.
अच्छे बल्लेबाज़ी के साथ-साथ बेहतरीन फील्डर भी थे लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव. लेकिन दिल्ली के मैदान से जुड़े हुए लोग तेजस्वी की जेंटलमैन इमेज को अभी भी याद करते हैं. कभी कम बात करने वाले स्वभाव के तेजस्वी आखिर बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे या नही ये तो पता नही है. लेकिन आईपीएल फाइनल के दिन उनकी भाग्य परीक्षा का फैसला आ जाएगा.
कुछ भी हो लेकिन उनको मैदान पर जिन्होंने भी देखा है उनका कहना है कि वो क्रिकेट हो राजनीति ... एक डिसिप्लिनड खिलाड़ी हैं. दिल्ली क्रिकेट संस्था के पूर्व सचिव और दिल्ली स्कूल टीम के मैनेजर सुनील देव ने कहा, ''तेजस्वी ने बहुत ही अच्छी बैटिंग की थी. मुम्बई के खिलाफ खेलना काफी नर्वस करने वाला होता है. उन्होंने मुंबई के खिलाफ शानदार शतक जड़ा. और दूसरी पारी में भी उन्होंने जबरदस्त 85 रन ठोके और टीम को मुकाबला जिताया.
दिल्ली ब्लूज टीम में तेजस्वी के कोच गुरचरण सिंह ने कहा, ''उनका व्यवहार काफी अच्छा था. क्रिकेट तो वही खेलते हैं जिनके पास धैर्य हो. जो धैर्य से खेलते हैं विजेता वही बनते हैं.
स्टेट लीग में तेजस्वी के क्लब के मैनेजर और मेंटर योगिंदर सिंह ने कहा, ''बहुत शरीफ लड़का है. बहुत काम बात करते थे. लीग मैच खेलते थे. एक बार मैच देखने के लिये उनकी बहनें भी साथ आईं हुई थीं. अच्छा लड़का है, बहुत अच्छा व्यवहार है.''