नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग के फ्रेंचाइजी किसी भी विदेशी खिलाड़ी को 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रखने के लिए तैयार हैं. कोरोना वायरस को देखते हुए सरकार ने इस बात का एलान कर दिया है. लेकिन यहां अथॉरिटी को पहले ये देखना होगा कि इन खिलाड़ियों को वीजा मिलता है या नहीं. फिलहाल सरकार ने 31 मार्च को किसी को भारत में एंट्री के लिए मना किया है.


रिपोर्ट्स में बताया गया है कि फ्रेंचाइजियों ने विदेशी खिलाड़ियों के बिना आईपीएल खेलने से साफ इनकार कर दिया था. अब मुंबई में सोमवार को गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग के बाद एक अधिकारी ने बताया कि, हां, कुछ देशों से आने वाले यात्रियों को 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा और यदि 31 मार्च तक यही लागू रहता है, तो इससे हमें कोई समस्या नहीं है.


गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में आईपीएल लेकर हालांकि कुछ फाइनल तो नहीं हो पाया लेकिन यहां एक अधिकारी ने कहा कि अगर उन्हें सरकार से कोई भी मंजूरी मिलती है तो वीजा जारी कर खिलाड़ियों को क्वॉरेंटाइन में रखने के लिए तैयार हैं. ऐसे में, हम उन्हें अप्रैल के पहले सप्ताह में देश में बुला सकते हैं और 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन की प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं.


केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते ही कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बाद यात्रा और वीजा से जुड़े कुछ प्रतिबंध लगाए थे. इसके तहत भारत आने वाले विदेशी नागरिकों का वीजा 13 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. सिर्फ डिप्लोमैटिक, ऑफिशियल, यूएन और अंतरराष्ट्रीय संस्थान, प्रोजेक्ट और एम्प्लॉयमेंट वीजा को ही छूट दी गई है. आईपीएल में आने वाले विदेशी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को बिजनेस वीजा मिलता है. ऐसे में आईपीएल की 8 टीमों में शामिल 64 खिलाड़ियों को 15 अप्रैल तक देश में आने की अनुमति नहीं है