चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स की जीत में युवा विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने अहम भूमिका निभाई. सैमसन ने 32 गेंदों पर 74 रनों की पारी खेली जिसमें नौ छक्के और सिर्फ एक चौका शामिल रहा. सैमसन को अपनी इस बेहद ही खास पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी दिया गया. सैमसन ने बताया कि उन्होंने हाल के महीनों में अपनी पावर हिंटिंग पर कड़ी मेहनत की है.


राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 216 रन बनाए थे. चेन्नई 20 ओवरों में छह विकेट खोकर 200 रन ही बना सकी. इस तरह से राजस्थान रॉयल्स 16 रन से जीत दर्ज कर अपने सफर का आगाज जीत के साथ करने में कामयाब रही.


सैमसन ने कहा, "मेरा गेम प्लान क्रीज पर खड़े रहकर ही शॉट मारना था. अगर गेंद मेरे एरिया में होगी तो मैं हिट करने के लिए जाउंगा, गेंद अगर आपके एरिया में पड़ती है तो उसे मारने की इच्छा रखना जरूरी है."


लॉकडाउन के 5 महीनों में संजू ने अपना पूरा ध्यान पावर हिटिंग को मजबूत करने में लगाया. उन्होंने कहा, "मैंने अपनी फिटनेस, डाइट और ट्रेनिंग पर काफी काम किया क्योंकि मेरा खेल पावर हिटिंग का है. इन पांच महीनों में मेरे पास इस पर काम करने का समय था. मुझे लगता है कि मैंने अपनी ताकत को बढ़ाया है."


सैमसन एक विकेटकीपर भी हैं और उन्होंने चेन्नई के खिलाफ दो अच्छे कैच भी पकड़े. राजस्थान के पास रोबिन उथप्पा और जोस बटलर के रूप में विकेटकीपिंग के दो विकल्प और मौजूद हैं. बटलर हालांकि अभी टीम से जुड़े नहीं हैं. सैमसन ने कहा, "हर कोई विकटकीपिंग करना पसंद करता है, कोई भी मैदान पर भागना पसंद नहीं करता, लेकिन यह कोच पर निर्भर है."


बता दें कि संजू सैमसन राजस्थान रॉयल्स के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक हैं. बुधवार को खेले गए मैच में संजू एक विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे. लेकिन टीम में जोस बटलर और बेन स्टोक्स की वापसी के बाद उनकी भूमिका में बदलाव भी देखने को मिल सकता है.


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