जिस IPL से मुझे बाहर फेंका गया था मैं ठीक उसी प्लेटफॉर्म पर वापस जाना चाहता हूं: श्रीसंत
पिछले साल, बहुत अधिक हलचल के बाद, श्रीसंत का प्रतिबंध सात साल तक कम हो गया था जो इस साल सितंबर में समाप्त हो जाएगा. अनुभवी खिलाड़ी अब उसी मंच पर वापसी करने के लिए दृढ़ हैं.
विवादित भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी वापसी की उम्मीद नहीं खोई है. यह आईपीएल ही था जहां श्रीसंत ने अपना आखिरी मैच खेला था. इस दौरान उन्हें अजीत चंदीला और अंकित छवन के साथ स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (आईसीसी) ने उसके बाद उनपर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया.
लेकिन पिछले साल, बहुत अधिक हलचल के बाद, श्रीसंत का प्रतिबंध सात साल तक कम हो गया था जो इस साल सितंबर में समाप्त हो जाएगा. अनुभवी खिलाड़ी अब उसी मंच पर वापसी करने के लिए दृढ़ हैं, जहां उनका करियर राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के लिए खेलते हुए खराब हुआ था. वह अपने डर पर जीत पाना चाहते हैं.
श्रीसंत ने एक इंटरव्यू में कहा कि, '' कई ऐसी टीमें हैं जिनकी दिलचस्पी मुझमें होगी और मैंने हमेशा खुद से कहा है कि मैं फिर से आईपीएल खेलूंगा. यही कारण है कि जहां से मुझे बाहर निकाल दिया गया था वहां मैं सुनिश्चित करूंगा कि मैं उस मंच पर वापस आऊं और मैच जीतूं. ये एकमात्र ऐसी जगह जिसके माध्यम से मैं जवाब दे सकता हूं, भले ही मैं भारत के लिए खेलता हूं. मैं डर का सामना करना चाहता हूं और यह जीवन जीने का एकमात्र तरीका है.''
श्रीसंत ने आईपीएल में 2008 से 2013 तक 44 मैचों में 40 विकेट लिए. इस दौरान, रॉयल्स के अलावा, प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज ने किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) और कोच्चि टस्कर्स केरल का भी प्रतिनिधित्व किया.
सात साल से अधिक के अंतराल के बाद, वह फिर से वापसी करने के लिए तैयार है. उन्हें रणजी ट्रॉफी के आगामी संस्करण में केरल के लिए खेलने के लिए चुना गया है. हालांकि, केरल के मुख्य कोच टीनू योहानन का कहना है कि श्रीसंत का चयन इस बात पर निर्भर करता है कि वह फिटनेस को कितना साबित कर पाते हैं.