IPL 2020: इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में चाइनीज स्मार्टफोन मेकर वीवो टाइटल स्पॉन्सर के तौर पर दिखाई नहीं देगा. भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद की वजह से वीवो को इस साल टाइटल स्पॉन्सर के तौर पर हटा दिया गया है. बीसीसीआई ने हालांकि सभी फ्रेंचाइजी को भरोसा दिलाया है कि यह घबराने की बात नहीं है. इसके साथ ही बीसीसीआई ने नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश भी शुरू कर दी है.


रविवार को हुई गवर्निंग काउंसिल की बैठक में वीवो को बतौर टाइटल स्पॉन्सर बरकरार रखा गया था. इसके बाद पूरे देश में बोर्ड के फैसले का विरोध देखने को मिला. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर वीवो को टाइटल स्पॉन्सर बनाए रखने की वजह से बायकॉट आईपीएल जैसे अभियान भी देखने को मिल रहे थे.


मामले से संबंध रखने वाले एक बीसीसीआई सूत्र ने कहा है कि स्थिति में हुए बदलाव से अगर किसी को वित्तीय संकट लगता भी है तो घबराने से हल नहीं निकलेगा. फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि मालिक के पास इस संबंध में एक फोन आया था.


अगले साल हो सकती है वीवो की वापसी


फ्रेंचाइजी को टाइटल स्पॉन्सर वीवो से एक सीजन के लिए 20 करोड़ रुपये मिलते हैं. नए स्पॉन्सर के आने के बाद इस पर क्या स्थिति होगी उसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. फ्रेंचाइजी को पहली ही इस सीजन में मैदान पर दर्शक नहीं होने की वजह से नुकसान का डर सता रहा है. लेकिन बोर्ड ने संकेत दिए हैं कि इस वक्त सिर्फ आईपीएल का सफल आयोजन ही एकमात्र प्राथमिकता है.


वैसे माना जा रहा है कि टाइटल स्पॉन्सर के तौर पर वीवो की वापसी अगले साल होना तय है. वीवो के पास 2023 तक का करार है. इस साल पीछे हटने की वजह से वीवो का कॉन्ट्रैक्ट बाद में एक साल आगे बढ़ाया जा सकता है. लेकिन यह सारी स्थिति भारत और चीन के रिश्तों में तनाव कम होने पर ही निर्भर करेगी.


चीन को एक और बड़ा झटका, इस साल IPL में VIVO स्पॉन्सर नहीं होगा