BCCI पर लगा गंभीर आरोप, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने 10 साल से फीस बकाया होने का लगाया आरोप
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट ब्रैड हॉज ने साल 2011 में कोच्चि टस्कर्स की ओर से आईपीएल में हिस्सा लिया था. हॉज का आरोप है कि कोच्चि की ओर से खेलने वाले खिलाड़ियों को अपने हिस्से की फीस का 35 फीसदी पैसा नहीं मिला है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट के तौर पर जाना जाता है. लेकिन कोरोना वायरस की वजह से बीसीसीआई को भारी वित्तिय नुकसान का सामना करना पड़ा है और सैलेरी भुगतान में देरी जैसे विवादों का सामना कर रहा है. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट ने बीसीसीआई पर बेहद ही गंभीर आरोप लगाए हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज ब्रैड हॉज का कहना है कि उन्हें आईपीएल 2011 में कोच्चि टस्कर्स की तरफ से खेलने के एवज में अब तक पूरी फीस नहीं मिली है.
बीसीसीआई ने साल 2010 में आईपीएल टीमों की संख्या 8 से 10 करने का फैसला किया था. कोच्चि ने 2011 के सीजन के लिए नीलामी में हॉज को 4 लाख 25 हजार रुपये में खरीदा था. कोच्चि की टीम को हालांकि एक सीजन के बाद ही निलबिंत कर दिया गया था.
दरअसल, हाल ही में बीसीसीआई महिला क्रिकेट टीम को पिछले साल हुए टी20 वर्ल्ड कप की फीस नहीं देने की वजह से विवादों में आया. इसी विवाद पर बोलते हुए हॉज ने बीसीसीआई पर गंभीर आरोप लगा दिए.
हॉज ने कहा, ''10 साल पहले कोच्चि की टीम के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों को अपने हिस्से की 35 फीसदी फीस नहीं मिली है. क्या बीसीसीआई खिलाड़ियों की बकाया राशि के बारे में कुछ पता लगा सकता है.''
पहले भी आ चुकी है यह रिपोर्ट
कोच्चि टस्कर्स की टीम को 1550 करोड़ रुपये में खरीदा गया था. लेकिन फ्रेंचाइजी ने बीसीसीआई को साल 2011 में 155.3 करोड़ रुपये का सलाना भुगतान नहीं किया. इसके बाद बीसीसीआई ने कोच्चि की टीम को टूर्नामेंट में जारी नहीं रहने दिया.
बता दें कि कोच्ची की टीम में द्रविड़, जयवर्धने जैसे बड़े खिलाड़ी शामिल थे. साल 2012 में आई रिपोर्ट्स में भी खिलाड़ियों को अपने हिस्से की करीब 40 फीसदी फीस नहीं मिलने का दावा हुआ था.
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