Delhi Capitals: IPL के इस सीजन में अब तक गुजरात टाइटंस ही प्लेऑफ में जगह बना पाई है. इसके अलावा चेन्नई और मुंबई ऐसी टीमें हैं, जो इस बार प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं. अब बाकी बची 7 टीमों में से प्लेऑफ की तीन टीमें चुनी जाएंगी. फिलहाल इस रेस में लखनऊ, राजस्थान और बैंगलोर की टीमें सबसे आगे चल रही हैं. लेकिन दिल्ली की टीम भी यहां ज्यादा पीछे नहीं है. दिल्ली कैपिटल्स भी अपने बाकी दोनों मैच जीतकर प्लेऑफ में आसानी से पहुंच सकती है. वह यहां अगर एकाध मैच हार भी जाती है तो भी उसके प्लेऑफ में पहुंचने के मौके होंगे, हालांकि इस स्थिति में उसे अन्य मैचों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा. जानिए दिल्ली कैपिटल्स के प्लेऑफ खेलने के समीकरण..



  • दिल्ली अपने बाकी बचे दोनों मुकाबलों में से कम से कम एक जीते. ऐसे में दिल्ली की 14 मैचों में 7 जीत हो जाएंगी. दिल्ली की जीत का अंतर बड़ा हो ताकि नेट रन रेट अन्य टीमों से बेहतर हो सके. 

  • RCB अपने बाकी बचे दोनों मुकाबले पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस से हार जाए. ऐसे में RCB के जीते हुए मैचों की संख्या भी 7 रह जाएगी और रन रेट भी दिल्ली से कम ही रहेगा.

  • KKR अपना अगला मैच SRH से जीत जाए और लखनऊ से हार जाए. KKR लखनऊ से जीत जाए तो भी KKR की कुल जीत 7 ही रह जाएंगी. बस रन रेट दिल्ली से कम होना चाहिए.

  • SRH अपने बाकी बचे तीन मैच पंजाब, कोलकाता और मुंबई से हार जाए. वैसे अगर SRH कोलकाता और मुंबई से जीत जाए तो भी उसकी कुल जीत 7 ही रहेंगी. तब भी दिल्ली के नेट रन रेट के आधार पर प्लेऑफ में पहुंचने की गुंजाइश रहेगी.

  • राजस्थान भी अपने बाकी बचे दोनों मुकाबले गंवा दे. यानी राजस्थान की टीम लखनऊ और चेन्नई से हार जाए. ऐसे में राजस्थान भी 7 जीत तक सीमित रह जाएगी और नेट रन रेट के आधार पर प्लेऑफ की टीम का फैसला होगा.

  • पंजाब किंग्स अपना अगले मुकाबले बैंगलोर व हैदराबाद से जीत जाए और दिल्ली से मुकाबला हार जाए. ऐसे में पंजाब की जीत भी 7 ही रह जाएंगी और नेट रन के आधार पर दिल्ली के प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाएं बन जाएंगी. 


अगर ऊपर लिखे समीकरण बनते हैं तो दिल्ली की टीम अपना एक मैच गंवाकर भी प्लेऑफ में पहुंच सकती है. ऐसी स्थिति में गुजरात, लखनऊ और दिल्ली की जगह प्लेऑफ में पक्की हो जाएगी. प्लेऑफ की चौथी टीम के लिए नेट रन रेट के आधार पर फैसला होगा.


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