IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड 10वीं बार फाइनल में जगह बनाई है. सीएसके की इस कामयाबी में कप्तानी धोनी का योगदान सबसे अहम है. मंगलवार को गुजरात टाइटन्स के खिलाफ खेले गए क्वालीफायर मुकाबले में भी धोनी ने एक ऐसा दांव खेला जिसकी वजह से सीएसके की जीत आसान हो गई.
दरअसल, धोनी हर हाल में अपने स्टार तेज गेंदबाज पाथिराना का चार ओवर का कोटा पूरा करवाना चाहते थे. गुजरात के खिलाफ पाथिराना को 11वें ओवर में गेंदबाजी के लिए लाया गया. स्पैल का पहला ओवर डालने के बाद पाथिराना कुछ देर के लिए मैदान से बाहर चले गए थे. मैच की अहमियत को देखते हुए धोनी पाथिराना से आखिरी पांच में से तीन ओवर डलवाना चाहते थे.
लेकिन पाथिराना के कुछ देर मैदान पर बाहर जाने की वजह सीएसके के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी. 16वें ओवर में अंपायर्स ने पाथिराना को मैदान पर वापसी किए हुए चार मिनट नहीं होने की वजह से गेंदबाजी करने से रोक दिया.
धोनी की चाल ने किया कमाल
धोनी ने बड़ी ही चालाकी से इस परेशानी का हल निकला. धोनी पाथिराना को गेंदबाजी करने से रोकने की वजह को लेकर अंपायर्स के साथ उलझ गए. अंपायर्स और धोनी के बीच पांच मिनट तक बहस चली. इसी बीच पाथिराना के गेंदबाजी करने की चार मिनट की शर्त पूरी हो गई. धोनी अपनी चाल में कामयाब रहे और उन्होंने मैच का अंत होने तक पाथिराना का कोटा पूरा करवा लिया.
पाथिराना ने धोनी की उम्मीद पर खरा उतरते हुए 18वें में महज 4 रन खर्च किए और एक विकेट भी हासिल किया. आखिरी दो ओवर में गुजरात टाइटन्स पर दवाब काफी बढ़ गया. अंत में गुजरात की टीम 172 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए 157 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. इस तरह से धोनी की चाल ने सीएसके को एक बार फिर से फाइनल में एंट्री दिला दी.