इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के खराब प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. केकेआर के खिलाफ मैच में सीएसके को 10 रन से हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में सीएसके ने ब्रावो की बजाए केदार जाधव और जडेजा को पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा. सीएसके के इस फैसले की काफी आलोचना हो रही है. लेकिन कोच फ्लेमिंग ने फैसले पर सफाई देते हुए कहा कि केदार जाधव को रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो से पहले भेजा गया क्योंकि वह स्पिन को बखूबी खेलते हैं.


जाधव ने 12 गेंद में सात रन बनाए. फ्लेमिंग ने कहा, ''हमें लगा कि केदार स्पिन को बखूबी खेलता है और रन बना लेगा जबकि जडेजा फिनिशर का काम करेगा . लेकिन ऐसा हुआ नहीं और हमें काफी आत्ममंथन करना होगा.''


कोच ने कहा कि उनके बल्लेबाजों ने मैच पर से पकड़ गंवा दी क्योंकि 11वें से 14वें ओवर के बीच में सिर्फ 14 रन बने. उन्होंने कहा, ''उस समय अगर शेन वॉटसन या अंबाती रायडू आउट नहीं हुए होते तो कहनी अलग होती. हम तेजी से रन नहीं बना सके और मैच पर से पकड़ छूटती गई.''


सुरेश रैना की कमी टीम को एक बार फिर खली लेकिन फ्लेमिंग ने कहा कि उनके पास संतुलित टीम है . उन्होंने कहा, ''हमारे पास काफी बल्लेबाज हैं और टीम संतुलित है . मुझे नहीं लगता कि अतिरिक्त बल्लेबाज से कुछ मदद मिलने वाली है.''


धीमी विकेट पर स्पिनर रविंद्र जडेजा को गेंदबाजी नहीं दिये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ''यह सवाल एम एस धोनी के लिये है. ये फैसले मैं नहीं करता. मुझे लगता है कि हवा को देखकर यह फैसला लिया गया होगा और हमारे मध्यम तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर ही रहे थे.''


बता दें कि सीएसके की टीम इंडियन प्रीमियर लीग के इस सीजन अब तक 6 में से चार मैच गंवा चुकी है. अगर आने वाले एक दो मैचों में सीएसके के प्रदर्शन में सुधार नहीं होता है तो वह प्ले ऑफ की रेस से बाहर हो सकती है.


पूर्व क्रिकेटर वार्नोन फिलेंडर के लिए बेहद दुख की घड़ी, भाई की गोली मारकर हत्या हुई