इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी आईपीएल 13 में शानदार खेल दिखा रहे हैं. मोहम्मद शमी के लिए हालांकि यह वापसी आसान नहीं रही है. 2015 में मोहम्मद शमी को घुटने में फ्रेक्चर का सामना करना पड़ा था. इस चोट से उबरने में शमी को तीन साल लग गए. शमी ने अपने बुरे दौर से बारे में खुलासा करते हुए बताया है कि 2015 में उन्हें लगा था कि उनका करियर खत्म हो गया.


शमी 2015 में भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे. शमी ने कहा, " 2015 में, यहां तक कि 2018 में भी मैं चोटिल था और मीडिया में कहा गया था कि मेरा करियर खत्म हो जाएगा. मीडिया में जारी खबरों में कहा गया कि अगर मैं वापसी भी करता हूं तो पहले वह शमी नहीं रहूंगा और मैं भी इससे सहमत था कि मैं वह शमी नहीं हूं, जो कुछ साल पहले था."


शमी इस समय बेहतरीन फॉर्म में है. शमी पर्पल कैप की रेस में भी बने हुए हैं और चार मैचों में आठ विकेट हासिल कर चुके हैं. शमी ने अपनी कामयाबी पर कहा, " हर कोई अपने जीवन में किसी न किसी समस्या का सामना करता है. एक लक्ष्य निर्धारित करने और इसे प्राप्त करने के लिए, आपको एक चार्ट की योजना बनाने और उसके अनुसार काम करने की आवश्यकता है. मेरा मानना है कि सभी को जीवन में एक कठिन दौर का सामना करने और सही दिशा में काम करना पड़ता है."


शमी ने आगे कहा, "मुझे याद है कि चोट के बाद, मेरा वजन लगभग 95 किलो था और मुझे लगा कि लोग जो कह रहे हैं वह सच है और मैं इसके बारे में कुछ नहीं कर सकता. लेकिन तब मेरे पास मेरे बेड रेस्ट के 60 दिनों के दौरान मेरे बगल में एक गेंद थी. आपको जीवन में चीजों को भूलना नहीं है और आपको सीखना होगा. आपको परिस्थितियों के अनुकूल होना होगा और आप खुद से झूठ नहीं बोल सकते हैं, खासकर अपने पेशे के संबंध में."


शमी ने साल 2018 के अंत में टीम इंडिया में शानदार वापसी की. उसके बाद से शमी तीनों ही फॉर्मेट में टीम इंडिया का अहम हिस्सा बने हुए हैं.


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