IPL 2020: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए खेल मंत्रालय ने बड़े कदम उठाने की तैयारी कर ली है. खेल मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से कहा कि कोरोनो वायरस के खतरों के बीच अगर देश में किसी भी टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है तो उसे बंद दरवाजों के बीच आयोजित करना होगा.


सरकार के इस फैसले के बाद अब यह साफ है कि बीसीसीआई अगर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन करता है, तो उसे इस टूर्नामेंट को दर्शकों के बिना ही आयोजित करना होगा. इसलिए आईपीएल का नया सीज अब बंद दरवाजों के बीच खेला जा सकता है.


खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने साफ कर दिया है कि अगर कोई खेल है, जिसे टाला नहीं जा सकता है तो उसे बंद दरवाजों के बीच आयोजित करना चाहिए. खेल मंत्रायल ने कहा है कि यह पूरी तरह से सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी आयोजन में दर्शक ना आए.


खेल सचिव ने कहा, "बीसीसीआई सहित सभी राष्ट्रीय संघों से कहा गया है कि वे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निदेशरें और सलाह का पालन करें. हमने उन्हें किसी भी सार्वजनिक सभा से बचने के लिए भी कहा है और अगर कोई खेल टूर्नामेंट का आयोजन होना है, तो उसे बंद दरवाजों के बीच लोगों के बिना आयोजित किया जाना चाहिए."


उन्होंने कहा, "यह राज्य सरकार के ऊपर है जिसे दर्शकों का प्रबंधन करना है और उनके पास इसे रोकने के लिए महामारी रोग अधिनियम (1897 की महामारी अधिनियम) के तहत शक्ति प्राप्त है. यदि इसे (टूर्नामेंट को) टाला नहीं जा सकता है तो इसे दर्शकों के बिना ही बंद दरवाजों के बीच आयोजित करना चाहिए."


बीसीसीआई की ओर से सामने आई प्रतिक्रिया के मुताबिक वह सरकार के फैसले को मनाने के लिए तैयार है. हालांकि आईपीएल को लेकर आखिरी फैसला 14 मार्च को होने वाली गर्वनिंग काउंसिल की मीटिंग में लिया जा सकता है.


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