नई दिल्ली: कोलकाता नाइटराइडर्स के स्टार गेंदबाज सुनील नारायण इन दिनों अपने बॉलिंग एक्शन को लेकर विवादों में हैं. किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गए मैच में उनके गेंदबाजी एक्शन की शिकायत की गई थी. इस मामले में नारायण को बड़ी राहत मिली है. अब उन्हें 3डी बायोमैकेनिकल स्क्रीनिंग टेस्ट देने के बजाय गेंदबाजी एक्शन के वीडियो फुटेज का विश्लेषण करने की जरूरत होगी.


जानिए क्या है पूरा मामला
सुनील नारायण की गेंदबाजी को लेकर बीसीसीआई से आईपीएल के मौजूदा सीजन में दूसरी बार शिकायत की गई थी, जिसके बाद उन पर इस टेस्ट की तलवार लटकी थी. नारायण को टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाजी जारी रखने की अनुमति दी गई है, लेकिन अगर उनकी गेंदबाजी एक्शन के खिलाफ एक और शिकायत आती है तो उन्हें आईपीएल के इस सीजन में गेंदबाजी करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा और वह तब तक गेंदबाजी नहीं कर सकेंगे जब तक बीसीसीआई उनके गेंदबाजी एक्शन को मंजूरी न दे दे.


आईपीएल में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति नहीं है
आईपीएल में फिलहाल संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति नहीं है. बीसीसीआई ने कोविड-19 के कारण 3डी बायोमैकेनिकल टेस्ट की जरूरत को समाप्त कर दिया है, जिसकी आमतौर पर आधिकारिक आकलन की जरूरत होती है. आईपीएल संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन नीति 2020 के मुताबिक  नारायण के गेंदबाजी एक्शन की जांच हो सकती है.


क्या है नियम?
क्लाज 4.2 के अनुसार  किसी भी खिलाड़ी के आधिकारिक आकलन करने के अनुरोध से पहले उसे अपनी गेंदबाजी एक्शन के 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट के लिए आईसीसी से मान्यता प्राप्त क्रिकेट केंद्रों में जाने की आवश्यकता होती है. आईसीसी स्वीकृत क्रिकेट केंद्र खिलाड़ी के लिए इस तरह के विश्लेषण की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा. हालांकि बीसीसीआई ने कोविड-19 के कारण इस सीजन में 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट की जरूरत को समाप्त कर दिया है.


क्लाज 4.2 की नीति के अनुसार, कोविड-19 स्थिति और संबंधित यात्रा और क्वारंटीन नियमों के कारण, आज की तारीख तक, जो कि आईपीएल 2020 के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल द्वारा निर्धारित किए गए हैं और भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में राष्ट्रीय सरकार के अधिकारियों द्वारा यह लागू नहीं होगा.


एसआरएएसएससी या अन्य आईसीसी स्वीकृत क्रिकेट केंद्र में भाग लेने के लिए एक खिलाड़ी के लिए संभव हो. 2020 सीजन के लिए  गेंदबाज एक्शन के लिए 3 डी बायोमैकेनिकल टेस्ट को आधिकारिक मूल्यांकन के अनुरोध के साथ अस्थायी रूप से रोक दिया गया है.


श्री रामचंद्र विश्वविद्यालय आईसीसी की पांच अनुमोदित केंद्रों में से एक है. अन्य केंद्रों में, ब्रिस्बेन में राष्ट्रीय क्रिकेट केंद्र, लोफबोरो विश्वविद्यालय और प्रिटोरिया विश्वविद्यालय शामिल हैं. आधिकारिक आकलन के लिए नारायण के पास बायोमैकेनिकल टेस्ट रिपोर्ट और एक वीडियो फुटेज नहीं होगा.


बीसीसीआई ने क्या कहा
बीसीसीआई ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, " नारायण के गेंदबाजी एक्शन के खिलाफ अगर एक और शिकायत आती है तो उन्हें आईपीएल-2020 में गेंदबाजी करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा और वह तब तक गेंदबाजी नहीं कर सकेंगे जब तक बीसीसीआई उनके गेंदबाजी एकशन को मंजूरी न दे दे. हालांकि समस्या यह है कि आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट होने के बावजूद यहां कोई संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति नहीं है.