(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IPL 2021: बिना दर्शकों के होगा इस साल आईपीएल का आयोजन, बीसीसीआई की कमाई पर पड़ सकता है असर
मैदान में दर्शकों के बिना मैचों के आयोजन से बीसीसीआई की कमाई पर अच्छा खासा असर पड़ सकता है. ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और स्पॉन्सर्स राइट्स के साथ साथ बीसीसीआई की कमाई का एक बड़ा हिस्सा मैच के टिकटों की बिक्री से आता है. कोविड-19 के सख्त नियमों के अंतर्गत इस बार भी मैदान में दर्शकों की एंट्री बैन की गयी है.
IPL 2021: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2021 का आगाज आज से होने जा रहा है. इस टूर्नामेंट का ये दूसरा सीजन होगा जिसका आयोजन कोविड 19 महामारी के बीच होने जा रहा है. कोविड 19 के सख्त प्रोटोकॉल के चलते आईपीएल 2021 में दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं होगी. माना जा रहा है कि इसके चलते बीसीसीआई की कमाई पर भी अच्छा खासा असर पड़ सकता है.
ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और स्पॉन्सर्स राइट्स के बाद बीसीसीआई की कमाई का एक बड़ा हिस्सा मैदान में मैच देखने आने वाले दर्शकों से आता है. एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल के आईपीएल के दौरान मैदान में एक भी दर्शक न होने के बावजूद भी बीसीसीआई ने 59 मैचों से लगभग 4000 करोड रुपये की कमाई की थी. प्रति मैच के हिसाब से देखें तो इसका प्रति मैच औसत लगभग 67 करोड़ 79 लाख के करीब बैठता है. यदि मैदान पर दर्शक होते तो यह आंकड़ा इस से कहीं अधिक होता. अनुमान है कि आईपीएल के पिछले सीजन में BCCI के रेवेन्यू में 30-40 फीसदी की कमी आई थी.
ब्रॉडकास्टिंग राइट और टाइटल स्पांसरशिप के सहारे है बीसीसीआई
ब्रॉडकास्टिंग राइट का मतलब है कि इंडियन प्रीमियर लीग में खेले जाने वाले मैचों का टेलीकास्ट किस टीवी चैनल पर होगा. 2008 में आईपीएल का पहला सीजन खेला गया था. उस वक्त सोनी एंटरटेनमेंट ने आईपीएल के ब्रॉडकास्टिंग राइट खरीदे थे. 2017 में स्टार स्पोर्ट्स ने 16 हजार 300 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए आईपीएल मैचों के ब्रॉडकास्ट राइडट्स को खरीदा. इसका मतलब है कि पांच साल तक स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क एक मैच के लिए बीसीसीआई को करीब 55 करोड़ रुपये चुकाएगा.
रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि इंडियन प्रीमियर लीग की 60 फीसदी कमाई स्पॉन्सर से जुड़ी हुई है. स्पॉन्सर में मुख्य तौर पर टाइटल स्पॉन्सर, मैन ऑफ द मैच स्पॉन्सर और मैच से जुड़े हुए बाकी अवॉर्ड के साथ जुड़े हुए स्पॉन्सर आते हैं. वीवो ने साल 2016-17 में आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बनने के लिए बीसीसीआई को 400 करोड़ रुपये चुकाए थे. इसके बाद वीवो ने साल 2017 से 2022 तक टाइटल स्पॉन्सर बनने के लिए बीसीसीआई को 2200 करोड़ रुपये चुकाने का फैसला किया था. BCCI को आईपीएल के 14वें सीजन में टाइटल स्पांसरशिप के जरिए करीब 4000 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हो सकता है.
फ्रेंचाइजी से भी होती है कमाई
बीसीसीआई की आईपीएल से कमाई का एक बड़ा हिस्सा इसमें हिस्सा लेने वाले फ्रेंचाइजी से आता है. आईपीएल में कुल 8 टीमें हिस्सा लेती हैं. इन टीमों ने ना सिर्फ आईपीएल की फ्रेंचाइजी बनने के लिए बीसीसीआई को भारी कीमत चुकाई है, बल्कि हर साल अपनी कमाई का 20 फीसदी हिस्सा ये टीमें बीसीसीआई को देती हैं.
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