one-season wonder: आईपीएल 15 (IPL 2022) में KKR के लिए अभी तक वेंकटेश अय्यर का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है. जिस वजह से उन्हें टीम से भी ड्राप कर दिया है. हालांकि इससे पहले भी कई खिलाड़ी रहे हैं, जो वन सीजन वंडर साबित हुए हैं. तो आइये जानते हैं, उन खिलाड़ियों के बारें में, जो एक सीजन के बाद अपने प्रदर्शन को बरकरार नहीं रख सके और टीम से बाहर हो गए.
पॉल वल्थाटी
आईपीएल 2011 में पॉल वल्थाटी उस सीजन की खोज कहे जा रहे थे. उन्होंने उस सीजन में 136.98 की शानदार स्ट्राइक रेट से 463 रन बनाए थे.इसके अलावा CSK के खिलाफ 63 गेंदों में उनकी नाबाद 120 रनों की पारी खेली थी. हालांकि इस सीजन के बाद वो अपने प्रदर्शन को बरकरार नहीं रखे और आज आईपीएल में किसी भी टीम का वो हिस्सा नहीं हैं .
मानविंदर बिस्ला
KKR फैन कभी भी मानविंदर बिस्ला का नाम नहीं भूल सकते हैं. 2012 के सीजन के फाइनल मुकाबले में उन्होंने चेन्नई के खिलाफ 48 गेंदों में 89 रनों की खेली थी. इस पारी के बाद लोग उन्हें फ्यूचर का स्टार कह रहे थे. हालांकि वो भी अपने प्रदर्शन को बरकरार नहीं रख पाए और आज आईपीएल में किसी भी टीम का हिस्सा वो नहीं हैं.
राहुल शर्मा
लेग स्पिनर राहुल शर्मा ने 2011 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. उनके इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें टीम के लिए डेब्यू करने का मौका भी मिला था. हालांकि वो अपने प्रदर्शन को बरक़रार नहीं रख और वो आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट दोनों से दूर हो गए
सौरभ तिवारी
झारखंड के सौरभ तिवारी की तुलना महेंद्र सिंह धोनी से की जा रही थी. वो भी धोनी के तरह झारखंड से आए थे और बड़े-बड़े छक्के मारते थे. अपने ही सीजन में उन्होंने मुंबई के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. हालांकि इसके बाद वो भी अपनी फॉर्म खो गए. आईपीएल 2022 की नीलामी में उन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा.
स्वप्निल असनोदकर
स्वप्निल असनोदकर ने आईपीएल के पहले सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने उस सीजन में 300 से ज्यादा रन बनाए थे और टीम की को विजेता बनाने में मदद की थी. हालांकि इसके बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आती गई और वो आईपीएल से बाहर हो गए.
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