IPL में मंगलवार रात को खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स (RR) को बड़ी जीत हासिल हुई. राजस्थान की टीम ने सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को 61 रन से हराया. इस मुकाबले में हैदराबाद की टीम राजस्थान को जरा भी टक्कर नहीं दे पाई. पूरे मैच में शुरू से लेकर आखिरी तक राजस्थान रॉयल्स का दबदबा रहा. ऐसा क्यों हुआ और राजस्थान को सनराइजर्स के खिलाफ इतनी बड़ी जीत क्यों मिली, यहां जानें..
1. भुवनेश्वर की नो बॉल: सनराइजर्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी. टीम के गेंदबाजों को शुरुआत में अच्छी स्विंग भी मिल रही थी. जोस बटलर सात गेंदों तक तो अपना खाता तक नहीं खोल पाए थे. भुवनेश्वर ने पहले ओवर में महज एक रन दिया था. इस ओवर में उन्होंने बटलर को आउट भी कर दिया था लेकिन यह गेंद नो बॉल निकली. अच्छी गेंदबाजी के बावजूद सनराइजर्स के गेंदबाज शुरुआत में जल्द विकेट नहीं निकाल पाए. यह राजस्थान के 200 पार स्कोर बनने का कारण रहा. अगर भुवनेश्वर की वह गेंद नो बॉल नहीं होती और सनराइजर्स को विकेट मिल जाता तो राजस्थान पर दबाव बनाया जा सकता था.
2. SRH के लीड स्पिनर का फ्लॉप प्रदर्शन: वाशिंगटन सुंदर सनराइजर्स के लीड स्पिनर थे लेकिन वह गेंदबाजी में पूरी तरह फ्लॉप रहे. उन्होंने तीन ओवर में कुल 47 रन लुटाए, वह विकेट भी नहीं ले पाए. इसके विपरीत राजस्थान के स्पिनर युजवेंद्र चहल और आर अश्विन ने दमदार गेंदबाजी की. चहल ने चार ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट झटके और अश्विन ने भी चार ओवर में महज 21 रन दिए.
3. RR के सभी बल्लेबाजों का रन बनाना: इस मैच में राजस्थान के सभी बल्लेबाजों ने थोड़े-थोड़े रन बनाकर टीम को एक अच्छा टोटल दिया. जोस बटलर (35) और यशस्वी जायसवाल (20) ने टीम को अच्छी शुरुआत दी. बाद में संजू सैमसन (55), देवदत्त पड्डीकल (41) और शिमरोन हेटमायर (32) ने जरूरत के हिसाब से रन बनाते हुए मुश्किल विकेट पर अच्छा स्कोर खड़ा किया. सनराइजर्स के बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाए.
4. एडन मार्करम को ऊपरी क्रम में न खिलाना: सनराइजर्स के कप्तान केन विलियमसन ने एडन मार्करम को पांचवें क्रम पर खिलाया. मार्करम ने हैदराबाद के लिए नाबाद रहते हुए सबसे ज्यादा 57 रन जोड़े. मार्करम को ऊपरी क्रम मे खिलाया जा सकता था. उन्होंने पिछले टी-20 वर्ल्ड कप दक्षिण अफ्रीका की ओर से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए खूब रन बटोरे थे. ऐसे में इन्हें इतना नीचे खिलाना गलत फैसला रहा.
5. केन विलियमसन का विवादित कैच: हैदराबाद की पारी के दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर केन विलियमसन स्लीप में कैच आउट हुए थे. गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर संजू सैमसन के पास पहुंची. संजू के दस्ताने से लगकर गेंद स्लिप में खड़े देवदत्त पड्डीकल के हाथों में आई, हालांकि देवदत्त के कैच लेने से पहले गेंद का कुछ हिस्सा जमीन से टकराता नजर आ रहा था, लेकिन अंपायर ने विलियमसन को आउट करार दिया. अगर विलियमसन इस कैच पर आउट नहीं दिए जाते तो काफी हद तक मैच का रूख पलटा जा सकता था.
राजस्थान की दमदार जीत
इस मैच में राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआती ओवरों में बेहद सावधानी के साथ बल्लेबाजी की. टीम की सलामी जोड़ी ने पावरप्ले में खूब सारे अतिरिक्त रनों की बदौलत 58 रन बटोरे. जोस बटलर (35) और यशस्वी जायसवाल (20) ने टीम को अच्छी शुरुआत दी. बाद में संजू सैमसन (55), पड्डीकल (41) और हेटमायर (32) की पारियों की बदौलत राजस्थान ने निर्धारित ओवरों में स्कोरबोर्ड पर 210 रन टांग दिए. जवाब में सनराइजर्स की टीम ने एक समय महज 37 रन पर ही अपने पांच विकेट गंवा दिए थे. यह टीम जैसे-तैसे 149 रन बना पाई. राजस्थान ने यह मैच 61 रन से जीता.
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