इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 15वें सीजन में अब तक चार मैच खेले जा चुके हैं. ये चारों मैच मुंबई के अलग-अलग तीन मैदानों पर खेले गए लेकिन इनमें नतीजा एक जैसा निकला. चारों ही मुकाबलों में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमों को आसानी से जीत मिली. यहां हर कप्तान टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला ले रहा है. और कप्तानों का यह फैसला सही भी साबित हो रहा है. ऐसे में फिलहाल IPL 2022 'टॉस जीतो मैच जीतो' वाले फार्मूले पर आगे बढ़ता नजर आ रहा है.


चारों मैचों में एक जैसा ट्रेंड
वानखेड़े स्टेडियम में केकेआर के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया. यहां की पिच पर चेन्नई को पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. चेन्नई ने 61 रन पर ही अपने 5 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन इसके बाद गेंद अच्छे से बल्ले पर आने लगी और चेन्नई ने आखिरी 9 ओवर में बिना विकेट खोए 70 रन जोड़े. बाद में केकेआर ने 132 रन के लक्ष्य को बेहद आसानी से हासिल कर लिया. केकेआर ने 4 विकेट खोकर 18.3 ओवर में मैच जीत लिया.


ब्रेबोर्न स्टेडियम में हुए मुकाबले में भी दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने टॉस जीतकर मुंबई इंडियंस को पहले बल्लेबाजी सौंप दी. मुंबई ने पहले खेलते हुए 177 रन बनाए. जवाब में दिल्ली के खिलाड़ियों ने लापरवाही भरे शॉट खेलते हुए 72 रन पर ही पांच विकेट गंवा दिए. लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों ने समझदारी के साथ बल्लेबाजी की तो आखिरी 105 रन बनाने में इस टीम का महज एक ही विकेट गिरा. दिल्ली ने 18.2 ओवर में ही 178 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया.


डीवाई पाटिल स्टेडियम में भी यही ट्रेंड बरकरार रहा. पंजाब किंग्स के कप्तान मयंक अग्रवाल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 205 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. जवाब में पंजाब के खिलाड़ियों ने बेहद आसानी से 5 विकेट खोकर 19 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. यहां भी बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को ज्यादा मुश्किल नजर नहीं आई.


वानखेड़े स्टेडियम में ही IPL का चौथा मुकाबला खेला गया. एक बार फिर यहां टॉस जीतने वाली गुजरात टाइटंस ने पहले गेंदबाजी चुनी. टीम को शुरुआती ओवर्स में काफी मदद मिली और लखनऊ सुपर जायंट्स ने 29 रन पर ही चार विकेट गंवा दिए. हालांकि बाद में बल्लेबाजी थोड़ी आसान हुई और लखनऊ ने 6 विकेट पर 158 रन का स्कोर खड़ा किया. इस लक्ष्य के जवाब में गुजरात की भी शुरुआत खराब रही लेकिन जैसे ही औंस के चलते गेंद गीली हुई तो गेंदबाजों की मुश्किलें बढ़ गईं और गुजरात के बल्लेबाजों ने धीमे-धीमे अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया. गुजरात ने यह मैच 5 विकेट से जीता.


क्या महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, पुणे का विकेट भी ऐसा रहेगा?
इस स्टेडियम में अब तक तीन अंतरराष्ट्रीय मुकाबले हुए हैं. इनमें दो मैचों में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम और एक में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को जीत मिली है. पुणे की पिच आमतौर पर स्पिन गेंदबाजों को मदद करती है. यहां हमेशा से ही फिरकी गेंदबाजों का बोलबाला रहा है. यहां भी औंस एक बड़ा फैक्टर रह सकती है. यानी यहां भी बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम को मुश्किलें आ सकती हैं.


क्या पूरे IPL में ऐसा ही रहेगा ट्रेंड
क्रिकेट के जानकार तो फिलहाल मुंबई की इन तीनों पिचों पर एक सी टिप्पणी कर रहे हैं. जानकारों का कहना है कि मुंबई और पुणे की इन विकटों पर वर्तमान मौसम को देखते हुए पहले गेंदबाजी करने वाली टीम फायदे में रहेगी. क्योंकि बाद मे इन पिचों पर गेंदबाजों को थोड़ी मुश्किलें हो सकती हैं. हालांकि दोपहर को खेले जाने वाले मैचों में मौसम का ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा.


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