Slow Over Rate IPL Rule: आईपीएल में स्लो ओवर रेट का नियम कप्तानों के लिए सिरदर्द बन गया है. ऋषभ पंत, संजू सैमसन, शुभमन गिल के बाद अब हार्दिक पंड्या भी इस फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं. पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में धीमी गति से गेंदबाजी करने पर पंड्या पर 12 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
क्या है स्लो ओवर रेट?
आईपीएल में 90 मिनट या डेढ़ घंटे में 20 ओवर फेंकने होते हैं. इसमें ढाई-ढाई मिनट के दो स्ट्रेटेजिक टाइम-आउट शामिल हैं. इसमें डीआरएस समीक्षा और खिलाड़ी की चोटों के लिए लिया गया समय शामिल नहीं होता है. यदि कोई टीम निर्धारित समय में ओवर पूरे नहीं करती है तो उसे स्लो ओवर रेट माना जाता है.
क्या होती है सजा?
- पहली बार: कप्तान पर 12 लाख रुपए का जुर्माना.
- दूसरी बार: कप्तान पर 24 लाख रुपए का जुर्माना और टीम के बाकी खिलाड़ियों पर 6 लाख रुपए या उनकी मैच फीस का 25% जुर्माना.
- तीसरी बार: कप्तान पर 30 लाख रुपए का जुर्माना और एक मैच का बैन. टीम के बाकी खिलाड़ियों पर 12 लाख रुपए या उनकी मैच फीस का 50% जुर्माना.
क्यों जरूरी है यह नियम?
- यह नियम मैच को समय पर पूरा करने और दर्शकों के लिए रोमांचक बनाए रखने के लिए बनाया गया है. धीमी गति से गेंदबाजी करने से मैच में देरी होती है और दर्शकों का उत्साह कम होता है.
- स्लो ओवर रेट टीम की रणनीतियों को बाधित करती है. क्योंकि उपलब्ध लिमिटेड टाइम के कारण कप्तानों को अपनी प्लान्स को समायोजित करने की जरुरत हो सकती है.
- स्लो ओवर रेट के कारण लंबे समय तक गेंदबाजी करने से गेंदबाजों को थकान और कम प्रभावशीलता का सामना करना पड़ सकता है
- गेंदबाजी टीम की स्लो ओवर रेट अनुचित लाभ पैदा कर सकती है. ओवर फेंकने में लगने वाला लंबा समय बल्लेबाजी टीम की गति को बाधित करता है, खास तौर पर डेथ ओवरों में महत्वपूर्ण होता है.
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