IPL 2025 Mega Auction Indian Government: आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन ने सिर्फ खिलाड़ियों की ही जेब गर्म नहीं की बल्कि भारत सरकार के खाजने में अच्छा-खासा इजाफा किया. भले ही ऑक्शन सऊदी अरब में हुआ, लेकिन इसमें बिकने वाले खिलाड़ियों की सैलरी से मिलने वाला टीडीएस भारत सरकार को ही मिलेगा. तो आइए जानते हैं कि मेगा ऑक्शन में कितने खिलाड़ियों पर कितनी रकम खर्च हुई और उसमें से टीडीएस के रूप में भारत सरकार को कितना पैसा मिलेगा.
बता दें कि आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में सभी 10 टीमों के पास अधिकतम 204 स्लॉट्स खाली थे. टीमों ने कुल 182 खिलाड़ी खरीदे. इन खिलाड़ियों को खरीदने के लिए टीमों ने कुल 639.15 करोड़ रुपये खर्च किए. 182 में 120 भारतीय और 62 विदेशी खिलाड़ी बिके.
भारतीय खिलाड़ियों पर 383.40 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि विदेशी खिलाड़ियों पर 255.75 करोड़ रुपये की बोली लगी. भारत सरकार को भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों की कुल रकम के हिसाब से टीडीएस मिलेगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी पर अलग-अलग टीडीएस कटता है.
भारत सरकार को मिलेगी कितनी रकम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय खिलाड़ियों की आईपीएल सैलरी पर 10 फीसद और विदेशी खिलाड़ियों की आईपीएल सैलरी पर 20 फीसद टीडीएस मिलेगा है. भारतीय खिलाड़ियों पर 383.40 करोड़ रुपये खर्च हुए, जिस हिसाब से टीडीएस 38.34 करोड़ रुपये हुआ. वहीं विदेशी खिलाड़ियों पर 255.75 रुपये खर्च हुए, जिस हिसाब से टीडीएस 51.15 करोड़ रुपये हुआ. दोनों को मिलाकर 89.49 रुपये हुए, जो टीडीएस के रूप में भारत सरकार के खजाने में जाएंगे.
ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर पर लगी सबसे बड़ी बोलियां
गौरतलब है कि आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में ऋषभ पंत पर सबसे बड़ी बोली लगी. फिर श्रेयस अय्यर लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहे. दोनों की आईपीएल सैलरी में सिर्फ 25 लाख रुपये का फर्क रहा.
पंत को लखनऊ सुपर जायंट्स ने 27 करोड़ रुपये की कीमत में खरीदा. वहीं पंजाब किंग्स ने श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ रुपये में खरीदा. इसी के साथ पंत और अय्यर क्रमश: आईपीएल इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले पहले और दूसरे खिलाड़ी बन गए.
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