IPL Auction 2024: कोई खिलाड़ी सोल्ड या अनसोल्ड कैसे होता है? जानें आईपीएल ऑक्शन के सभी नियम
IPL Auction 2024 Live: आईपीएल 2024 का ऑक्शन शुरू होने वाला है. क्या आप जानते हैं कि ऑक्शन में कोई खिलाड़ी सोल्ड या अनसोल्ड कैसे होता है, उसके नियम क्या है? आइए हम आपको ऑक्शन के नियम बताते हैं.
IPL Auction 2024 Live: आईपीएल 2024 के ऑक्शन का इंतजार अब कुछ ही देर में खत्म होने वाला है. इस बार का ऑक्शन दुबई में आयोजित होने जा रहा है, जिसमें 333 खिलाड़ियों के नाम बोले जाएंगे, और कुल 77 खिलाड़ियों की बिक्री होगी.
दुबई के कोका-कोला स्टेडियम में आयोजित होने वाले इस आईपीएल ऑक्शन की शुरुआत भारतीय समयानुसार दोपहर 1 बजे से होगी, और यह करीब 8 घंटों तक चलेगा. इस ऑक्शन में किसी खिलाड़ी की कैसे बोली लगेगी, कौनसा खिलाड़ी कैसे सोल्ड या अनसोल्ड होगा? अगर आपको आईपीएल ऑक्शन के इन नियमों के बारे में जानकारी नहीं है, तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी खास होने वाला है. आइए हम आपको आईपीएल 2024 के लिए होने वाले ऑक्शन के तमाम नियमों के बारे में बताते हैं.
खिलाड़ियों का नॉमिनेशन नियम
- किसी भी खिलाड़ी को आईपीएल ऑक्शन में अपना नाम देने के लिए अपने क्रिकेट बोर्ड द्वारा नोमिनेट किया जाना चाहिए.
- उसके बाद खिलाड़ी को बीसीसीआई के पात्रता मानदंडों (इलिजिबिलिटी क्रायटीरिया) को पूरा करना चाहिए.
- हरेक खिलाड़ी अपना बेस प्राइज खुद ही तय करता है.
- हर टीम अधिकतम 25 खिलाड़ियों को अपने स्क्वॉड में शामिल कर सकती है, जिनमें भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों की संख्या भी निश्चित की जाती है.
- ऑक्शन के मेन राउंड में खिलाड़ियों का नाम एक-एक कर बुलाया जाता है, और फ्रेंचाइजी उनके नामों पर बोली लगाती है.
खिलाड़ी की बोली हाई कैसे होती है?
- किसी भी खिलाड़ी की बोली कैसे बढ़ेगी, यह उस खिलाड़ी के बेस प्राइज पर निर्भर करता है.
- ऑक्शन में किसी भी खिलाड़ी का न्यूनतम बेस प्राइज 20 लाख, और अधिकतम बेस प्राइज 2 करोड़ रुपये होता है.
- 20 लाख रुपये वाले बेस प्राइज के खिलाड़ियों की बोली 1 करोड़ रुपये तक 5-5 लाख प्रति बोली के रूप में आगे बढ़ती है.
- 1 करोड़ रुपये से 2 करोड़ रुपये तक में प्रति बोली 10-10 लाख रुपये की बढ़ोतरी होती है.
- 2 करोड़ से आगे हर एक बोली पर खिलाड़ियों की कीमत 20-20 लाख रुपये बढ़ जाती है.
एस्सेलेरेटेड राउंड क्या होता है?
- इस राउंड के नाम से ही समझ में आता है कि इसमें खिलाड़ियों की ब्रिकी काफी तेजी से होती है. इस राउंड में कुछ खिलाड़ियों को काफी तेजी से बोली लगाकर टीम में शामिल किया जाता है, और यह प्रक्रिया ऑक्शन की शुरुआत सेट्स में ही होती है, जिसमें कैप्ड और अनकैप्ड लिस्ट से शुरुआती खिलाड़ियों का नाम लिया जाता है.
- दरअसल, आईपीएल टीम कुछ अनसोल्ड खिलाड़ियों को खरीदने में रूचि दिखाती है. उनके नाम पर दोबारा और तेजी से बोली लगाई जाती है. इनमें ऑक्शनर जल्दी-जल्दी उन कुछ खिलाड़ियों के नाम लेता है, जिनमें से कुछ खिलाड़ियों को कुछ टीम खरीद लेती है.
- इस तरह तेजी से होने वाले ऑक्शन में ज्यादातर खिलाड़ी बेस प्राइज पर ही खरीदे जाते हैं. हालांकि, कभी-कभी किसी खिलाड़ी के लिए किन्हीं दो टीमों के बीच बोली की रेस भी लगती है.
कोई खिलाड़ी सोल्ड कब होता है?
ऑक्शनर खिलाड़ी का नाम लेता है. उस खिलाड़ी का देश, विशेषताओं और बेस प्राइज की जानकारी देता है, और उसके बाद फ्रेंचाइजियों को बोली लगाने का आह्वान देता है. उस खिलाड़ी के नाम पर जब टीम बोली लगाती है, तो ऑक्शनर बाकी टीमों से भी अगली बोली लगाने के बारे में कई बार पूछता है. अगर कुछ देर तक कोई दूसरी टीम उस खिलाड़ी पर बोली नहीं लगती तो ऑक्शनर उस खिलाड़ी को आखिरी बार बोली लगाने वाली टीम को सोल्ड कर देता है.
कोई खिलाड़ी अनसोल्ड कैसे होता है?
ऑक्शनर खिलाड़ी का नाम लेता है. उस खिलाड़ी का देश, विशेषताओं और बेस प्राइज की जानकारी देता है, और उसके बाद फ्रेंचाइजियों को बोली लगाने का आह्वान देता है. अगर उस खिलाड़ी पर कोई फ्रेंचाइजी बोली नहीं लगाती, तो ऑक्शनर दो-तीन बार फिर से बोली लगाने का आह्वान देता है, और फिर भी अगर किसी टीम ने बोली नहीं लगाई तो ऑक्शनर उस खिलाड़ी को अनसोल्ड घोषित कर देता है.
अनसोल्ड खिलाड़ियों का सेकेंड राउंड
पहले राउंड में सभी खिलाड़ियों का नाम लेने के बाद ऑक्शनर अनसोल्ड रह गए खिलाड़ियों का नाम एक-एक कर एक बार फिर बोलता है, और फ्रेंचाइजियों से बोली लगाने का आह्वान करता है. अगर कोई टीम तब बोली लगाती है तो पहले राउंड में अनसोल्ड रहा हुआ खिलाड़ी दूसरे राउंड में सोल्ड हो जाता है. अगर दूसरे राउंड में भी किसी खिलाड़ी पर किसी टीम ने बोली नहीं लगाई तो वो अनसोल्ड ही रह जाता है.
क्या राइट टू मैच कार्ड का विकल्प उपलब्ध है?
- अगर आप आईपीएल ऑक्शन हर साल देखते हैं, तो आपने कुछ सीज़न के ऑक्शन में राइट टू मैच कार्ड ऑप्शन के बारे में बहुत चर्चाएं सुनी होंगी, लेकिन अब यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. आईपीएल 2018 के ऑक्शन में राइट टू मैच कार्ड का ऑप्शन पेश किया गया था.
- यह ऑप्शन फ्रेंचाइजियों को अपने पिछले सीज़न में खेले गए उन खिलाड़ियों को अधिकतम बोली पर खरीदने की अनुमति देता था, जिन्होंने उन्होंने इस ऑक्शन से पहले रिटेन नहीं किया था.
- इस नियम को आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन से पहले बंद कर दिया गया था, और तब से सभी टीमों को अधिकतम 3 की जगह 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की सुविधा दे दी गई थी.