IPL Code of Conduct Breach: क्या वाकई खिलाड़ी चुकाते हैं जुर्माना? जानें कैसी है IPL नियमों को तोड़ने पर वसूली की पूरी प्रोसेस
IPL: हर सीजन के आखिरी में BCCI हर फ्रेंचाइजी को इनवॉइस भेजती है, जिसमें उस फ्रेंचाइजी से जुड़े खिलाड़ी/टीम अधिकारी पर लगे फाइन की टोटल रकम लिखी होती है.
Who Pays Fine In IPL: हाल ही में RCB और LSG के बीच हुए मुकाबले के बाद विराट कोहली, गौतम गंभीर और नवीन उल हक पर आईपीएल आचार संहिता तोड़ने के चलते भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया था. विराट और गंभीर को जहां 100-100% मैच फीस गंवानी पड़ी थी, वहीं नवीन उल हक की भी 50% मैच फीस काट ली गई थी. इसी तरह इस सीजन में कई बार यह भी देखा गया है कि धीमी ओवर रेट के कारण कप्तानों की मैच फीस का कुछ हिस्सा काट लिया जाता है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर यह जुर्माना चुकाता कौन है और इसकी पूरी प्रक्रिया क्या है?
RCB और LSG मैच के दौरान हुए विवाद से ही इसे समझने की कोशिश करते हैं. सबसे पहले विराट कोहली की बात करते हैं. विराट कोहली RCB से हैं और इस फ्रेंचाइजी में खिलाड़ियों पर लगने वाला फाइन फ्रेंचाइजी खुद ही उठाती है. क्रिकबज़ की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी. इसी तरह लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर गौतम गंभीर और तेज गेंदबाज नवीन उल हक पर लगाया गया फाइन भी लखनऊ फ्रेंचाइजी ही उठाएगी. ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी फ्रेंचाइजी के खिलाड़ी/टीम ऑफिशियल मैदान पर जो कुछ करते हैं, अपनी टीम के लिए खेलते हुए करते हैं, ऐसे में फ्रेंचाइजी यह बर्डन खिलाड़ियों पर नहीं देना चाहती.
अलग-अलग फ्रेंचाइजियों में फाइन चुकाने के लिए नियम अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन अब तक जितनी जानकारी है, उसके मुताबिक लगभग हर फ्रेंचाइजी अपने खिलाड़ियों पर लगने वाले जुर्माने का भार खुद ही उठाती है. यानी खिलाड़ियों पर इसका बोझ नहीं आने दिया जाता. दरअसल, हर खिलाड़ी/कप्तान/टीम ऑफिशियल अपनी टीम के लिए ही विपक्षी खिलाड़ियों से भिड़ता है तो ऐसे में अपनी टीम के लिए मैदान में जी-जान से जुटने वाले खिलाड़ियों पर लगे जुर्माना को भार उठाना फ्रेंचाइजी अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझती हैं और यह काफी हद तक सही भी है.
क्या है वसूली की प्रोसेस?
हर सीजन के आखिरी में BCCI हर फ्रेंचाइजी को एक-एक इनवॉइस भेजती है, जिसमें उस फ्रेंचाइजी से सम्बंधित खिलाड़ियों/टीम ऑफिशियल्स पर लगे फाइन का टोटल होता है. यह फ्रेंचाइजी पर निर्भर करता है कि वह यह जुर्माने की रकम खुद चुकाए या इसके लिए खिलाड़ी को इनवॉइस आगे बढ़ाए. हालांकि जैसा कि ऊपर दिया गया है कि फ्रेंचाइजी खुद ही यह भार वहन करती है.
किस आधार पर तय होती है मैच फीस?
इसे भी विराट कोहली के उदाहरण से समझते हैं. विराट कोहली को एक सीजन के लिए RCB से 15 करोड़ मिलते हैं. अगर RCB प्लेऑफ में नहीं पहुंचती है, यानी विराट 14 मुकाबले ही खेल पाते हैं तो इसका मतलब यह है कि विराट को एक मैच के लिए 1.07 करोड़ फीस मिली है. वहीं, अगर RCB फाइनल तक पहुंचती है तो जितने ज्यादा मैच होंगे उस हिसाब से उनकी मैच फीस घटती जाएगी. IPL के बाद इसी आधार पर कैलकुलेशन करते हुए BCCI इनवॉइस भेजती है.
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