आज ही के दिन CSK बना था लगातार दूसरी बार IPL चैंपियन, आज तक नहीं कर पाया कोई ये कारनामा
2011 में टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने के लगभग 2 महीने बाद एमएस धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स को लगातार दूसरी बार आईपीएल चैंपियन बनाया.टीम ने फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराया था. इस मैच के हीरो मुरली विजय बने थे.
इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में सबसे सफल टीम का दर्जा मुंबई इंडियंस को हासिल है. इस टीम ने सबसे ज्यादा 4 बार खिताब अपने नाम किया है, जबकि लीग में सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड भी इसी टीम के नाम है. इसके बावजूद लीग की सबसे प्रभावी टीम चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) है. एमस धोनी की कप्तानी वाली इस टीम ने न सिर्फ 3 बार खिताब जीता है, बल्कि लीग में सबसे बेहतरीन जीत प्रतिशत भी इसी टीम का है. चेन्नई सुपर किंग्स के 3 में से दूसरा खिताब आज से 9 साल पहले आज ही के दिन आया था.
वर्ल्ड कप खिताब के बाद धोनी ने जीता IPL
2 अप्रैल 2011 को वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले छक्का जड़ने के बाद एमएस धोनी ने आईपीएल में भी कमाल दिखाया और अपनी टीम सीएसके को लगातार दूसरी बार चैंपियन बनाया. फाइनल में चेन्नई ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) को 58 रनों से करारी शिकस्त दी थी.
आईपीएल का ये चौथा सीजन था. लीग स्टेज के बाद पहले स्थान पर 19 प्वाइंट्स के साथ आरसीबी थी, जबकि उसके ठीक पीछे 18 प्वाइंट्स के साथ सीएसके थी. आखिर में दोनों ही टीमें फाइनल में टकराईं. फाइनल मुकाबला चेन्नई के ही घरेलू मैदान एमए चिदंबरम (चेपॉक) स्टेडियम में हुआ था.
पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने 20 ओवरों में 205 रन का विशाल लक्ष्य रखा था. टीम के लिए ओपनर माइक हसी और मुरली विजय ने धमाकेदार शुरुआत की. दोनों ने पहले विकेट के लिए 14.5 ओवरों में 159 रन जोड़े. हसी ने 63 रन बनाए. दूसरी तरफ विजय ने धमाकेदार पारी जारी रखी. उन्होंने सिर्फ 52 गेंदों में 95 रन की धुआंधार पारी खेली. धोनी ने भी तेजी से 22 रन बनाए.
जवाब में आरसीबी की शुरुआत ही खराब रही. क्रिस गेल पहले ओवर में ही आउट हो गए. आरसीबी के ज्यादातर बल्लेबाज नाकाम रहे. सिर्फ टीम के युवा सितारों विराट कोहली (35) और सौरभ तिवारी (42 नॉट आउट) ने ही कुछ दम दिखाया. पूरी टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर सिर्फ 147 रन बना सकी.
आज भी कायम है ये रिकॉर्ड
इसके साथ ही चेन्नई ने अपना लगातार दूसरा खिताब जीत लिया. उस वक्त 2 खिताब जीतने वाली चेन्नई पहली टीम थी. इतना ही नहीं, लीग के अब तक के इतिहास में सीएसके इकलौती टीम है, जिसने लगातार 2 सीजन में खिताब जीता है. सीएसके का ये रिकॉर्ड आज भी कायम है. वहीं बेंगलोर को दूसरी बार फाइनल में हार झेलनी पड़ी. इससे पहले 2009 में भी टीम फाइनल हारी थी.
हालांकि इस खिताब के बाद सीएसके को लंबा इंतजार करना पड़ा. इस दौरान मुंबई और कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपना दम दिखाया और खिताब पर कब्जा किया. चेन्नई ने अपना तीसरा खिताब 2 साल के बैन से वापसी के बाद 2018 में जीता. वहीं 2019 में एक बार फिर टीम को मुंबई से फाइनल में हार झेलनी पड़ी.
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