Mahela Jayawardene: पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज बल्लेबाज और आईपीएल (IPL) में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के हेड कोच महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) ने अपना 45वां जन्मदिन मनाया. इस श्रीलंकाई दिग्गज को दुनिया भर से उनके चाहने वालों ने जन्मदिन की बधाईयां दी. वहीं, मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने भी अपेन कोच को बर्थडे विश किया है.
मुंबई इंडियंस (MI) के इस दिग्गज खिलाड़ी ने महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) के साथ अपनी फोटो ट्विटर (Twitter) पर शेयर किया है. साथ ही उन्होंने कैप्शन में स्पेशल मैसेज भी लिखा है. उन्होंने लिखा कि जन्मदिन की शुभकामनाएं कोच महेला जयवर्धने. आपके मार्गदर्शन, सपोर्ट और मेरे ऊपर दिखाए गए भरोसे के लिए मैं आभारी हूं. आपका दिन शुभ हो और यह साल भी आपके लिए अच्छा रहे.
साल 2017 में मुंबई इंडियंस से जुड़े थे जयवर्धने
साल 2016 तक रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के कोच थे. लेकिन 2017 सीजन के लिए मुंबई इंडियंस (MI) ने रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) की जगह महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) को टीम का कोच बनाया. महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) के कोच बनने के बाद मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने 2017 में आईपीएल (IPL) खिताब अपने नाम किया. हालांकि, साल 2018 में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) प्लेऑफ के लिए क्वॉलीफाई नहीं कर पाई. लेकिन उसके बाद दमदार वापसी करते हुए 2019 और 2020 में लगातार चैंपिंयन बनी.
दरअसल, साल 2020 में दूसरी बार ऐसा हुआ जब किसी टीम ने अपना टाइटल डिफेंड किया हो. उससे पहले साल 2010 और 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) यह कारनामा कर चुकी थी. महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) पिछले 6 साल मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के साथ जुड़े हैं. इस दौरान मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) 3 बार आईपीएल (IPL) चैंपियन बन चुकी है.
इस सीजन आखिरी स्थान पर रही मुंबई
इस सीजन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) का प्रदर्शन काफी खराब रहा. टीम को अपने शुरूआती 8 मैचों में लगातार हार का सामना करना पड़ा. साथ ही मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) इस सीजन महज 4 मैच जीत सकी, जबकि 10 मैचों में हार का सामना करना पड़ा. इस तरह 8 प्वॉइंट्स के साथ मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) प्वॉइंट्स टेबल में सबसे आखिरी स्थान पर रही. यह लगातार दूसरा सीजन था जब 5 बार की चैंपियन टीम प्लेऑफ के लिए क्वॉलीफाई नहीं कर पाई.
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