Nikhat Zareen Says About Hijab Women's World Boxing Championship: निकहत जरीन भारत ही नहीं बल्कि विश्व में बॉक्सिंग की सनसनी बन गई हैं. उन्होंने महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. निकहत का 52 किलो वर्ग कैटेगरी का यह मुकाबला तुर्की के इस्तांबुल में हुआ. उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से यहां तिरंगा फहरा दिया. निकहत विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप जीतने वाली पांचवीं भारतीय हैं. उन्होंने इस जीत के बाद बॉक्सिंग में हिजाब को लेकर प्रतिक्रिया दी है.
निकहत से पहले मैरी कॉम, सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा केसी ने महिला मुक्केबाजी में विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था. निकहत ने गोल्ड मेडल जीतने के बाद बीबीसी से बात करते हुए हिजाब को लेकर कहा, जब मैंने खेलना शुरू किया तब कुछ लोग थे जो मेरे कपड़ों को लेकर बोलते थे, लेकिन जब मेडल जीत लिया है तो वे लोग भी खुशी जाहिर करते हैं.
निकहत के शॉर्ट्स को लेकर सवाल किया जाता था. वहीं हिजाब को लेकर भी विवाद हुआ है. ऐसे में बहुत सी लड़कियां हैं जो हिजाब पहने हुए बॉक्सिंग करना चाहती है. उनके लिए निकहत ने कहा, ''बॉक्सिंग एक ऐसा खेल है जिसमें अंतरराष्ट्रीय संगठन आपको हिजाब पहनकर खेलने की अनुमित देता है. इसलिए हिजाब पहनकर भी बॉक्सिंग की जा सकती है. हालांकि खेल में कोई धर्म नहीं होता है. क्यों कि हर खिलाड़ी का लक्ष्य अपने देश के लिए मेडल जीतना होता है.''
भारतीय बॉक्सर निकहत का कहना है कि उनके इस सफर में पिता ने बहुत सपोर्ट किया. उन्होंने इंटरव्यू में माता-पिता का जिक्र करते हुए कहा, ''यह जीत मेरे माता-पिता के लिए है. जब मैं अपनी को फोन करती थी तो वे नमाज पढ़कर आ रही होती थीं. वे मेरी जीत के लिए दुआ करती थीं. सभी को पता है कि मेरे पिता ने मुझे कितना सपोर्ट किया. यह जीत उन्हीं को समर्पित है.''
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