IPL 2022 में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है. टीम को लगातार आठ मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. जिस वजह से टीम इस सीजन में प्लेऑफ़ की रेस से भी बाहर हो गई है. टीम को मिली हार की वजह से अब इसका जिम्मेदार रोहित शर्मा को माना जा रहा है. हालांकि इसके लिए वो अकेले ही जिम्मेदार नहीं है. तो आइये जानते हैं, वो कारण जिस वजह से मुंबई को इस सीजन में हार का सामना करना पड़ा है.
सपोर्ट स्टाफ भी है जिम्मेदार
मुंबई इंडियंस के इस लचर प्रदर्शन के लिए सिर्फ कप्तान रोहित शर्मा ही नहीं बल्कि सपोर्ट स्टाफ भी जिम्मेदार है. मुंबई के स्टाफ में सचिन तेंदुलकर, महेला जयवर्धने और ज़हीर खान जैसे महान खिलाड़ी मौजूद हैं. जो हर मैच के पहले प्लानिंग का भी हिस्सा बनते हैं. ये सच हैं कि मैदान पर कप्तान ही कोई फैसला लेता हैं. लेकिन कोच और सहयोगी स्टाफ इसमें लगातार खिलाड़ियों की मदद करता है. ऐसे में मुंबई के इस ख़राब प्रदर्शन के लिए सपोर्ट स्टाफभी बराबर जिम्मेदार है.
मुंबई का सहयोगी स्टाफ
- सचिन तेंदुलकर- आइकन
- महेला जयवर्धने- हेड कोच
- जहीर खान- डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट ऑपरेशंस
- शेन बॉन्ड- बॉलिंग कोच
- रॉबिन सिंह- बैटिंग कोच
- जेम्स पैमेंट- फील्डिंग कोच
- पॉल चैपमैन- स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग कोच
- क्रेग गॉवेंडर- हेड थेरेपिस्ट
- सीकेएम धनंजय- डाटा परफॉर्मेंस मैनेजर
- राहुल सांघवी- टीम मैनेजर
- अमित शाह- स्पोर्ट्स मसाज थैरेपिस्ट
- एल. वरुण- वीडियो एनालिस्ट
- आशुतोष निमसे- असिस्टेंट थेरेपिस्ट
- प्रतीक कदम- अस्टिटेंट स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग कोच
- नागेंद्र प्रसाद- अस्टिटेंट स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग कोच
- विजया कुशवाह- असिस्टेंट स्पोर्ट्स मसाज थेरेपिस्ट
- मयूर सत्पुते- असिस्टेंट स्पोर्ट्स मसाज थेरेपिस्ट
- किनिता कदाकिया पटेल- न्यूट्रिनिस्ट
नीलामी के दौरान बनाई गई गलत रणनीति
इस बार आईपीएल नीलामी के दौरान भी मुंबई ने कम गलत फैसले नहीं लिए थे. नीलामी में उनकी रणनीति देख कर कई दिग्गज हैरान थे. तो आइये जानते हैं कि मुंबई इस सीजन में कौन से गलत फैसले लिए हैं:
- नीलामी के दौरान टीम के कोर खिलाड़ी दूसरी टीम में चले गए. जिस वजह से टीम का बैलेंस ख़राब हुआ.
- मुंबई ने नीलामी के दौरान जोफ्रा आर्चर को खरीदा था. बल्कि वो चोट की वजह से इस सीजन का हिस्सा नहीं बन पाए.
- रोहित को सलामी बल्लेबाज़ के रूप में सफलता न मिलना.
- ईशान किशन का टीम में बैकअप न होना.