Shimron Hetmyer think Super over in last over: पंजाब किंग्स के खिलाफ अंतिम ओवर में शिमरन हेटमायर के दिमाग में सुपर ओवर चल रहा था. हालांकि, अंत में उन्होंने धोनी के अंदाज में राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाई. दरअसल, राजस्थान को लास्ट 6 गेंद में जीत के लिए 10 रन बनाने थे. सामने थे शिमरन हेटमार और गेंद थी अर्शदीप के हाथ में. पहली दो गेंद में कोई रन बना. हालांकि, इससे हेटमायर का हौसला नहीं टूटा और फिर उन्होंने छक्का जड़ दिया. इसके बाद जब डबल आया तो उनके दिमाग में सुपर ओवर चलने लगा. इसका खुलासा खुद हेटमायर ने मैच के बाद किया.
पंजाब के खिलाफ 10 गेंद में नाबाद 27 रन की आक्रामक पारी खेल कर राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाने वाले शिमरन हेटमायर ने कहा कि एक समय वह सुपर ओवर के बारे में सोच रहे थे. उन्होंने इस बारे में ट्रेंट बोल्ट से बात भी की थी.
शिमरन हेटमायर की 10 गेंद में नाबाद 27 रन की ताबड़तोड़ पारी के बूते राजस्थान रॉयल्स ने लो स्कोरिंग मुकाबले में पंजाब किंग्स को एक गेंद शेष रहते तीन विकेट से हरा दिया. राजस्थान को अंतिम 14 गेंद में 30 रन की जरूरत थी, तब हेटमायर और रोवमैन पॉवेल (पांच गेंद में 11 रन) की शानदार बैटिंग ने राजस्थान को पांचवीं जीत दिलाई.
प्लेयर ऑफ द मैच रहे शिमरन हेटमायर ने मैच के बाद कहा, "यह सिर्फ अभ्यास के कारण संभव हुआ है. मैं नेट सत्र पर यथासंभव बड़े शॉट खेलने का प्रयास करता हूं. मैं छक्के मारने की पूरी कोशिश करता हूं. मुझे खुशी है कि मैंने आज अपनी टीम की मदद की."
राजस्थान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 10 रन की जरूरत थी, लेकिन अर्शदीप सिंह ने शुरुआती दो गेंद में एक भी रन नहीं दिया, जिससे हेटमायर पर दबाव बढ़ गया था. उन्होंने इस बारे में कहा, "शुरुआती दो गेंद के बाद दबाव बन गया था, लेकिन फिर मैंने गेंद को दूर मारने की कोशिश की."
हेटमायर ने लास्ट ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का और चौथी गेंद पर दो रन लेने के बाद क्रीज पर साथी बल्लेबाज ट्रेंट बोल्ट से एक रन भागने के लिए तैयार रहने को कहा था. उन्होंने कहा, मैंने बोल्ट से कहा कि ओवर की पांचवीं गेंद पर अगर मौका मिला तो एक रन भागने से संकोच मत करना, क्योंकि इससे मैच बराबरी पर छूटता और टीम के पास सुपर ओवर में जीतने का मौका रहता.