Sikandar Raza Story: पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 4 विकेट से हार दिया. पंजाब किंग्स की जीत के हीरो सिकंदर रजा रहे. हालांकि, इस खिलाड़ी ने 7 गेंदों पर 13 रन बनाए, लेकिन जिस वक्त ये रन आए, वो काफी अहम था. पंजाब किंग्स को आखिरी 2 गेंदों पर जीत के लिए 5 रनों की दरकार थी. पंजाब किंग्स की उम्मीदें सिकंदर रजा पर थी, जबकि चेन्नई सुपर किंग्स के लिए गेंदबाजी कर रहे थे महीशा पथिराना... सिकंदर रजा ने आखिरी 2 गेंदों पर 5 रन बनाकर पंजाब किंग्स को रोमांचक जीत दिली दी, लेकिन जिम्बाव्बे के इस क्रिकेटर के बार में आप कितना जानते हैं?
मूलतः पाकिस्तान के रहने वाले हैं सिकंदर रजा...
दरअसल, सिकंदर रजा का तालुक्क जिम्बाब्वे से है. हालांकि, सिकंदर रजा की फैमली मूलतः पाकिस्तान की रहने वाली है. सिकंदर रजा का जन्म 24 अप्रैल 1986 को पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था, जहां उनकी शुरुआती परवरिश भी हुई. हालांकि, इसके बाद साल 2002 में सिकंदर रजा की फैमली जिम्बाब्वे में बस गई. सिकंदर रजा का बचपन में क्रिकेट में इंट्रेस्ट नहीं था. वह पाकिस्तानी एयरफोर्स में फाइटर पायलट बनकर देश की सेवा करना चाहते थे. एयरफोर्स में जाने के लिए रजा ने कड़ी मेहनत करते हुए एंट्रेंस एग्जाम भी क्लियर कर लिया, और कई साल पढ़ाई भी की, लेकिन इसके बाद भी वे वहां नहीं पहुंच सके.
पाकिस्तान एयरफोर्स में पायलट बनना था सपना
ऐसा कहा जाता है कि सिकंदर रजा को पढ़ाई के तीसरे साल में एयरफोर्स के लिए अनफिट करार दे दिया गया. दरअसल, उनकी आई साइट में कुछ दिक्कत थी. इस तरह सिकंदर रजा का एयरफोर्स पायलट बनने का सपना टूट गया. हालांकि, जिम्बाब्वे शिफ्ट होने से पहले वह कई साल तक स्कॉटलैंड में रहे. इसके बाद बाद रजा अपने पैरेंट्स के साथ रहने के लिए जिम्बाब्वे आ गए. वह जिम्बाब्वे में क्रिकेट फ्रेंचाइसी मेशोनालैंड ईगल्स के लिए खेलने लगे. साथ ही उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना शुरू किया.
जिम्बाब्वे टीम में चयन तो हो गया, लेकिन फिर सिटीजनशिप...
सिंकदर रजा डोमेस्टिक क्रिकेट में लगातार बढ़िया प्रदर्शन करते रहे. जिसके बाद जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड की नजर उन पर पड़ी. बहरहाल, इस तरह सिंकदर रजा का चयन जिम्बाब्वे नेशनल टीम के लिए हो गया. 2011 में उनका सिलेक्शन जिम्बाब्वे A टीम के लिए हो गया, लेकिन उस वक्त उनकी सिटीजनशिप को लेकर कुछ दिक्कत आई. हालांकि, इसे जल्द दूर कर लिया गया... आखिरकार, सिंकदर रजा ने मई 2013 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना डेब्यू किया.
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