IPL में बीते रविवार को हुए मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आर अश्विन छठे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरे थे. जब राजस्थान की पारी की 10 गेंदें फेंकी जाना बाकी थी, तभी अश्विन ने रियान पराग के लिए मैदान छोड़ने का फैसला लिया था. इस वक्त अश्विन 23 गेंद पर 28 रन बनाकर खेल रहे थे. खुद को 'रिटायर्ड आउट' करने के फैसले पर अश्विन ने अब अपने यू-ट्यूब चैनल पर पूरी बात रखी है. रविचंद्रन अश्विन यह मानते हैं कि 'रिटायर्ड आउट' जैसे रणनीतिक फैसले लेने में IPL काफी ज्यादा लेट हो गया है. IPL में पहली बार यह फैसला लेने के बाद वह यह भी मानते हैं कि आने वाले दिनों में ऐसे और भी कई फैसले देखने को मिलेंगे.


अश्विन कहते हैं, 'एक स्पोर्ट्स के तौर पर टी-20 उस तरफ बढ़ रहा है, जहां फुटबॉल पहुंच चुका है. जिस तरह से वे सब्स्टिट्यूट का यूज करते हैं, मैंने भी कुछ वैसा (रिटायर्ड आउट) ही किया. हम इस फैसले का उपयोग करने में पहले ही काफी देर कर चुके हैं. मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में ऐसे कई फैसले और होंगे.'


अश्विन कहते हैं, 'यह एक रणनीतिक मूव था. जब कृष्णप्पा गौतम का ओवर (16वां ओवर) खत्म हुआ, तो मैंने खुद को थोड़ा समय दिया. मैंने पांच या छह गेंदें और खेली यह देखने के लिए कि मैं छक्के या चौके लगा सकता हूं या नहीं. मैंने हिट करने की कोशिशें की लेकिन मैं चूकता रहा. मेरी टाइमिंग सही नहीं थी. अब 10 गेंदें ही बची हुई थी. मैंने सोचा अगर रियान इन बाकी गेंदों में दो छक्के भी लगा देते हैं तो एक अच्छा स्कोर खड़ा हो सकता है. इस तरह यह एक रणनीतिक फैसला था.'


अश्विन के रिटायर्ड आउट लेने के बाद रियान पराग क्रीज पर आए और उन्होंने एक छक्के की मदद से 4 गेंद पर 8 रन बनाए. राजस्थान ने इस तरह निर्धारित ओवर में 165 रन बनाए थे, जवाब में लखनऊ की टीम 162 रन बना पाई थी और मैच राजस्थान की झोली में चला गया था. कहा जा सकता है कि राजस्थान की 3 रन की इस रोमांचक जीत में अश्विन का यह फैसला बड़ी भूमिका में था.


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