IPL 2022: एक रिफ्यूजी से टी-20 स्पेशलिस्ट बॉलर बनने तक, ऐसा रहा है राशिद खान का सफर
Rashid Khan: अफगानिस्तान के ऑलराउंडर राशिद खान IPL की तरह ही दुनियाभर की फ्रेंचाइजी लीग में सफलता के झंडे गाड़ चुके हैं. इन्हें टी-20 क्रिकेट का स्पेशलिस्ट गेंदबाज कहा जाता है.
Rashid Khan Cricket Journey: साल 2001 में अमेरिका ने अफगानिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया था. तब राशिद खान महज 3 साल के थे. तालिबान के खिलाफ अमेरिका की इस भीषण जंग के बीच ही राशिद का पूरा बचपन बीता. युद्ध के दौरान तो हालात ऐसे थे कि राशिद को अपने माता-पिता के साथ पाकिस्तान बॉर्डर के पास बने एक रिफ्यूजी कैंप में रहना पड़ा. अफगानिस्तान की सत्ता अमेरिका के हाथ में आने के बाद राशिद और उनका परिवार वापस अपने देश लौट सका. हालांकि वापस आने के बाद भी राशिद के लिए अफगानिस्तान में कुछ नहीं था.
दरअसल, युद्ध में अमेरिका के विजयी होने के बावजूद अफगानिस्तान में अमेरिका और तालिबान के छुट-पुट संघर्ष होते रहते थे. एक वक्त तो ऐसा आया जब राशिद का परिवार इस अशांति से तंग आकर पाकिस्तान चला गया. यहीं पर राशिद पर शाहिद अफरीदी का खुमार छाने लगा. यह वह वक्त था जब शाहिद अफरीदी को 'बूम-बूम अफरीदी' कहा जाता था. अफरीदी तेज लेग स्पिन से बल्लेबाजों को तो परेशान करते ही थे, साथ ही बल्लेबाजी में भी वह बड़े-बड़े छक्के लगाते थे. अफरीदी को देख-देख राशिद की क्रिकेट में रूची बढ़ने लगी. हालांकि राशिद पहले भी क्रिकेट खेलते थे और सचिन तेंदुलकर उनके फेवरेट हुआ करते थे लेकिन पाकिस्तान में रहने के बाद शाहिद अफरीदी के कारण यह लगाव और बढ़ता गया. नतीजा यह हुआ कि राशिद का ध्यान पढ़ाई में कम और क्रिकेट में ज्यादा लगने लगा.
मां चाहती थी डॉक्टर बने राशिद
राशिद के घर वाले चाहते थे कि वह डॉक्टर बने. राशिद को डॉक्टर बनाने की सबसे ज्यादा ख्वाइश उनकी मां की ही थी. राशिद भी अपनी मां की यह इच्छा पूरी करना चाहते थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. पाकिस्तान से अफगानिस्तान लौटने के बाद राशिद ने डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई भी शुरू कर दी. हालांकि इसके साथ ही वह क्रिकेट भी खेलते रहते थे. वह अफगानिस्तान की अंडर-19 टीम में भी चुने गए, लेकिन यहां प्रदर्शन खराब रहने के बाद उन्हें फिर से पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी जाने लगी.
2015 में मिला डेब्यू का मौका
राशिद की पढ़ाई और क्रिकेट साथ-साथ तो चलते रहे. इसी बीच राशिद क्रिकेट में बेहतर करने लगे. साल 2015 में उन्हें इंटरनेशनल डेब्यू का मौका भी मिला. तब से लेकर अब तक राशिद ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और साल दर साल क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम चमकाते रहे. अफगानिस्तान के लिए बेहतर प्रदर्शन ने उन्हें IPL में एंट्री दिलाई और फिर IPL में उनकी सफलता ने उन्हें वर्ल्ड क्रिकेट में फैमस कर दिया.
ऐसा रहा है राशिद का क्रिकेट करियर
राशिद अफगानिस्तान के लिए अब तक 80 वनडे, 58 टी-20 और 5 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. उनके नाम वनडे में 151 विकेट, टी-20 इंटरनेशनल में 105 विकेट और टेस्ट मैचों में 34 विकेट दर्ज हैं. IPL में वह 88 मैच खेलकर 108 विकेट चटका चुके हैं. इस दौरान उनका बॉलिंग इकनॉमी 6.39 की रही है. यानी उन्होंने औसतन प्रति ओवर महज 6.39 रन दिए हैं. राशिद का टोटल टी-20 करियर देखें तो वह 314 टी-20 मुकाबलों में 17.5 के बॉलिंग औसत और 6.32 की इकनॉमी के साथ 438 विकेट ले चुके हैं. IPL के साथ-साथ वह दुनियाभर की फ्रेंचाइजी लीग में अपनी सफलता के झंडे गाड़ चुके हैं.
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