भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत फिक्सिंग से जुड़े एक मामले में सात साल का बैन झेलने के बाद वापसी के लिए तैयार है. इस साल रणजी ट्रॉफी के जरिए श्रीसंत की क्रिकेट में वापसी हो सकती है. हालांकि उसके लिए श्रीसंत को पहले अपनी फिटनेस साबित करनी होगी. श्रीसंत ने दावा किया है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिए तैयार हैं. श्रीसंत पर आईपीएल-2013 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे.
श्रीसंत ने कहा, "मैं निश्चित तौर पर अपना नाम आईपीएल-2021 की बोली में रखूंगा." उन्होंने कहा, "मुझे जिस भी टीम में चुना जाएगा, मैं उसमें खेलूंगा. लेकिन, एक प्रशंसक के तौर पर मैं मुंबई इंडियंस के साथ खेलना चाहूंगा. इसका कारण सचिन पाजी हैं. मैंने सचिन तेंदुलकर से मिलने के लिए क्रिकेट खेली थी. अगर मुझे मुंबई इंडियंस के लिए खेलने का मौका मिलता है तो क्यों नहीं. सचिन पाजी से सीखना मेरे लिए अच्छी बात रहेगी."
उन्होंने कहा, "मैं धोनी भाई के नेतृत्व में या रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ खेलना भी पसंद करूंगा." 2015 में दिल्ली की विशेष अदालत ने श्रीसंत पर से सभी आरोप हटा दिए थे. 2018 में केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को भी श्रींसंत के ऊपर से हटा दिया था. हालांकि अदालत की दूसरी पीठ ने प्रतिबंध बहाल कर दिया था.
अगस्त में खत्म हो रहा है बैन
इसके बाद श्रीसंत सुप्रीम कोर्ट गए थे और पिछले साल मार्च में अदालत ने उनके आरोपों को माना था लेकिन बीसीसीआई से कहा था कि वह सजा को कम करे. बीसीसीआई ने फिर श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध हटा सात साल का प्रतिबंध लगाया था जो इस साल अगस्त में समाप्त हो रहा है.
37 साल के श्रीसंत धोनी की कप्तानी में जीते गए टी-20 विश्व कप-2007 और वनडे विश्व कप-2011 की विजयी टीम का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने भारत के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी-20 मैच खेले हैं और 87, 75, 7 विकेट लिए हैं.
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