Nitish Reddy Story: नितीश रेड्डी ने बीते मंगलवार (10 अप्रैल) आईपीएल 2024 में सनराइजर्स हैदराबाद को पंजाब किंग्स के खिलाफ जीत दिलाने में अहम योगदान दिया था. उन्होंने पहले बल्ले से तूफानी पारी खेली और फिर बॉलिंग में हाथ आज़माया. नितीश को शानदार परफॉर्मेंस के लिए ’प्लेयर ऑफ द मैच’ के खिताब से नवाज़ा गया. लेकिन नितीश के लिए आईपीएल तक पहुंचना बहुत टेढ़ी खीर था.
नितिश को क्रिकेटर बनाने के लिए उनके पिता ने सरकारी नौकरी का बलिदान दे दिया था. भारत में जहां सरकारी पाने के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार रहते हैं, वहीं नितीश के पिता ने बेटे के क्रिकेटिंग करियर के खातिर सरकारी नौकरी छोड़ दी थी.
दरअसल उनके पिता का तबादला उदयपुर हो गया था, लेकिन वहां खेल में राजनीति को देखकर वह डर गए और उन्होंने बेटे के करियर के आगे नौकरी छोड़ दी और वापस आंध प्रदेश लौट आए. नितीश आंध प्रदेश के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते हैं. ये वाक़या तब का है, जब नितीश की उम्र 12 या 13 साल के करीब थी. आज नितीश आईपीएल में जो भी कमाल कर रहे हैं, उसमें उनके पिता का भी बहुत बड़ा योगदान है.
हैदराबाद को दिया था नया जीवनदान
गौरतलब है कि पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में हैदराबाद पहले बैटिंग के लिए मैदान पर उतरी थी, लेकिन टीम को शुरुआती झटके जल्दी लग गए थे. टीम ने 3 विकेट 39 रन के स्कोर पर ही खो दिए थे, जिसके बाद नितीश रेड्डी नंबर चार पर बैटिंग के लिए उतरे थे. यहां से नितीश ने कमाल पारी खेलते हुए 37 गेंदों में 4 चौके और 5 छक्कों की मदद से 64 रन बनाए. उनकी इस पारी की बदौलत हैदराबाद ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 182 रन बोर्ड पर लगाए थे, जो टीम की जीत के लिए पर्याप्त रहे.
हालांकि लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब काफी करीब पहुंच गया था, लेकिन अंत में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. पंजाब ने सिर्फ 2 रन से मुकाबला गंवा दिया था.
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