वो 4 मौके जब खिलाड़ियों ने नियमों का किया गलत प्रयोग, ICC को बदलने पड़ गए Rules
हाल में ही आईपीएल में अश्विन रिटायर हर्ट हो गए थे. जिसके बाद उनकी जगह पर बल्लेबाजी करने रियान पराग आ गए थे. उनके इस फैसले के बाद से ही इस नियम को लेकर सवाल उठ थे हैं.
हाल में ही आईपीएल में अश्विन रिटायर हर्ट हो गए थे. जिसके बाद उनकी जगह पर बल्लेबाजी करने रियान पराग आ गए थे. उनके इस फैसले के बाद से ही इस नियम को लेकर सवाल उठ थे हैं. ऐसे में आइये जानते हैं, उन पांच ऐसे पलों के बारें में, जिसमे खिलाड़ियों ने नियम का गलत प्रयोग किया है.
अंडर आर्म बॉल
ये घटना 1 फरवरी 1981 को हुई थी. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया और न्यू जीलैंड के बीच बेनसन ऐंड हेजेज वर्ल्ड सीरीज कप के पांच फाइनल मुकाबलों का तीसरा मैच खेला जा रहा था. इस मैच में न्यूजीलैंड को मैच टाई करने के लिए 6 रन की जरूरत थी और गेंदबाज ट्रेवर चैपल ने अंडर आर्म बॉल फेंक दी थी. तब ये नियम लीगल था. जिस वजह से कीवी टीम को हार का भी सामना करना पड़ा.
बाउंसर का नियम
पहले तेज़ गेंदबाजों को एक ओवर में कई बार बाउंसर फेंकने की छूट थी. हालांकि बाद एशेज सीरीज और 1970 से 90 तक वेस्टइंडीज के तेज़ गेंदबाजों के इसके ज्यादा प्रयोग के बाद बाउंसर के लेकर नियम में बदलाव किया गया था.
एल्यूमीनियम का बैट
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली एक बार मैदान पर एल्यूमीनियम का बल्ला मैदान में आ गए थे. जिसके बाद इसको लेकर भी काफी ज्यादा विवाद हुआ था.
थॉमस व्हाइट का व्हाइट मॉन्सटर बैट
ये तब का मामला है जब क्रिकेट इंटरनेशनल लेवल पर नहीं खेला जाता था. इस दौरान क्रेस्टी और हेंबलटन टीमों के बीच मुकाबला हो रहा था. इस दौरान क्रिस्टी के बल्लेबाज थॉमस व्हाइट काफी चौड़ा बल्ला लेकर मैदान में आ गए थे और आउट नहीं हो रहे थे. जिसके बाद बल्ले के आकार को लेकर नियम बनाए गए थे.