IPL: आईपीएल  में कोलकाता नाइटराइडर्स सबसे सफल टीमों में से एक है .गौतम गंभीर की कप्तानी में टीम ने दो बार आईपीएल का खिताब जीता है. इसी कड़ी में 2014 के आईपीएल सीजन को लेकर KKR के तत्कालीन बल्लेबाजी कोच डब्लू वी रमन ने हैरान करने वाला किस्सा सुनाया है. इस दौरान उनके एक फैसले ने KKR की किस्मत को हो बदला दिया था.  


मुरली विजय को लेना चाहती थी टीम 


उन्होंने बताया कि वो उस टीम का हिस्सा थे, जो नीलामी में खिलाड़ियों को खरीदने पर ध्यान दे रही थी. इस दौरान सलामी बल्लेबाज़ को लेकर कई सारे विकल्प हमारे सामने आए थे. सब मुरली विजय को लेना चाहते थे लेकिन मैंने रॉबिन उथप्पा को टीम में शामिल करने का सुझाव दिया था. 


टीम को शुरुआती मैच में करना पड़ा था हार का सामना 


उन्होने आगे बताया कि 2014 सीजन में आईपीएल के शुरूआती मैच UAE में हुए थे. इन मैचों में KKR को सिर्फ दो ही मैच में जीत मिली थी. जिसके बाद रांची में होने वाले मुकाबले से पहले उथप्पा मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि वो जाकर गौतम गंभीर से बात करें और उन्हें कहे कि वो उन्हें सलामी बल्लेबाज़ के रूप में मौका दे. जिस पर जाकर मैंने गौतम गंभीर को ये सुझाव दिया. लेकिन उनकी बातों से साफ़ था कि वो इस सुझाव को नहीं मानेंगे. जिसके बाद मैं कैलिस के पास गया और उन्हें ये बात बताई. जिस पर उन्होंने गौतम गंभीर से बात की और उथप्पा को सलामी बल्लेबाज़ के रूप में मौका मिला. 


बता दें कि इस मौके का फिर उथप्पा ने पूरा फायदा उठाया था और उस सीजन में  600 से ज्यादा रन बनाए थे. उनके इस शानदार प्रदर्शन की वजह से KKR पंजाब को फाइनल में हरा कर आईपीएल की विजेता बनी थी. 


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