Coronavirus: मुश्किल वक्त में इरफान पठान ने कविता के जरिए लोगों से घरों में रहकर ही नमाज पढ़ने की अपील की
इरफान पठान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट की मदद से लोगों को कविता के जरिए मैसेज दिया और अपील कर कहा कि वो अपने घरों के बाहर न निकलें और अंदर ही नमाज पढ़े. इससे पहले पठान ब्रदर्स लोगों की मदद कर चुके हैं और उन्हें राशन का सामान भी दे चुके हैं.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते सभी देशवासी अपने घरों में बंद है. ऐसे में इस दौरान सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब परिवारों और मजदूरों को आ रही है जो शहर छोड़कर पैदल ही अपने गांव लौट रहे हैं.कई लोग ऐसे हैं जिनके पास खाने तक के पैसे नहीं है. इसी को देखते हुए अब क्रिकेटर्स, सेलेब्स सभी लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. इस मुश्किल वक्त में अब पठान ब्रदर्स भी आगे आए हैं और दोनों मिलकर लोगों की मदद भी कर रहे हैं. इरफान पठान ने कल ही एक वीडियो भी शेयर किया और लोगों से अपील की और कहा कि वो घरों में ही रहकर मस्जिद पढ़ें और बाहर न जाएं.
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पहले से ही भारत के तमाम मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और दूसरे धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है. ऐसे में फिर भी कई बार ऐसा देखा गया कि लोग लापरवाही कर रहे हैं और बाहर निकल रहे हैं. इसी को देखते हुए टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने इंस्टा पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने कविता पढ़ लोगों से अपील की है. अब ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
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इरफान ने वीडियो में कहा, 'यह मत सोचो कि मस्जिदों में जाने से मना किया गया है बल्कि यह सोचो कि हर घर को मस्जिद में तब्दील करने को कहा गया है. हमारी तरह हमारे घर भी गुनहगार हो चुके हैं, आओ घरों को साफ करते हैं, कुछ देर घरों में ही नमाज पढ़ते हैं.' इरफान पठान पहले भी लोगों से लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने की अपील कर चुके हैं.
दरअसल, पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से लाखों लोग तकलीफ का सामना कर रहे हैं. इन्हीं लोगों की मदद के लिए पठान बंधुओं ने जरूरतमंदों लोगों के लिए 10 हजार किलो ग्राम चावल और 700 किलो ग्राम आलू दान किए. इरफान पठान और यूसुफ पठान ने अपने गृहनगर बड़ौदा में ये मदद दी है.
बता दें कि कोरोना के चलते अब तक भारत में 4000 से ज्यादा केस आ चुके हैं तो वहीं इससे होने वाली मौत का आंकड़ा 100 पार कर चुका है.