Video: इरफान पठान ने किया खुलासा, क्यों दूसरे कप्तानों को टॉस के लिए इंतजार कराते थे सौरव गांगुली?
इरफान पठान ने एक दिलचस्प खुलासा करते हुए बताया कि क्यों सौरव गांगुली टॉस के लिए दूसरे कप्तानों को इंतजार कराते थे. गांगुली के इस व्यवहार के कारण कई कप्तान नाराजगी जताते थे.
नई दिल्ली: भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली को लेकर वैसे तो कई किस्से मशहूर हैं, लेकिन उनके एक किस्से के बारे में क्रिकेट में रुचि रखने वालो ने ज़रूर सुना होगा. टीम हित के लिए कड़े फैसले लेने वाले गांगुली अक्सर टॉस के दौरान विपक्षी टीम के कप्तानों को खूब इंतजार कराया करते थे. इसके लिए ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ और इंग्लैंड के कप्तान नासिर हुसैन ने उनके खिलाफ शिकायत भी की थी. अब पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने खुलासा करते हुए बताया है कि गांगुली ऐसा क्यों करते थे.
इरफान ने स्टार स्पोर्टेस के शो क्रिकेट कनेक्टेड में गांगुली के टॉस में देरी से पहुंचने की कहानी बताई. बता दें कि गांगुली की ही कप्तानी में इरफान ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. इरफान ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के मेरे पहले दौरे पर दादा ने स्टीव वॉ को टॉस के लिए इंतजार कराया था. मैं उस वक्त ड्रेसिंग रूम में ही था. जब टॉस का वक्त हुआ तो मैनेजर ने उन्हें टॉस के लिए याद दिलाया. लेकिन दादा वक्त पर नहीं गए.'
उन्होंने आगे कहा कि सचिन पाजी भी दादा को टॉस के लिए जाने पर सहमत नहीं कर पाए. सचिन ने कहा था कि दादा टॉस का समय हो गया है आपको जाना चाहिए. लेकिन दादा अपने शूज, स्वेटर और कैप को एडजस्ट करने में समय गंवाते रहे. दरअसल, जब दूसरा कप्तान टॉस के लिए इंतेजार करता है, तो दबाव उस पर होता है. दादा कभी भी टॉस के लिए जल्दबाजी नहीं करते थे.
देखिए इरफान पठान का वीडियो
Reliving some of the best Dada memories, especially the ones around toss time ????
Watch this and more such @SGanguly99 moments on #CricketConnected today evening at 7PM and 9PM on @StarSportsIndia pic.twitter.com/Zwv1GDPqwS — Irfan Pathan (@IrfanPathan) July 12, 2020
इसी कारण गांगुली से नफरत करते थे नासिर हुसैन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने हाल ही में कहा था कि गांगुली के टॉस में देरी करने के लिए वह उनसे नफरत करते थे.
हुसैन ने कहा था, 'जब मैं गांगुली के खिलाफ खेलता था तो मैं उनसे नफरत करता था. क्योंकि वह मुझे हर बार टॉस के लिए इंतजार कराते थे. मैं कहता था गांगुली 10:30 बज गए हैं, हमें टॉस के लिए जाना है. लेकिन वह कभी वक्त पर नहीं आते थे.'
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